Category Archives: कला-संस्कृति

मप्र कला महोत्सव में बिखरे कला की हर विधा के रंग

Last Updated:  Sunday, February 23, 2025  11:31 pm

इंदौर : शहर की ऐतिहासिक धरोहर गांधी हॉल और उसका परिसर में तीन दिनों तक विभिन्न कला विधाओं से महकता रहा। कला और संस्कृति को समर्पित संस्था कलास्तंभ के बैनर तले यहां 21 से 23 फरवरी तक मध्यप्रदेश कला महोत्सव का आयोजन किया गया। प्रदेश ही नहीं गुजरात, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से भी कलाकार इस महोत्सव में शिरकत करने आए थे। सैकड़ों कलाकारों ने अपनी कला प्रतिभा की बानगी पेश करते हुए शिद्दत से इस बात का अहसास कराया की और पढ़े

संस्कृति की अभिव्यक्ति का माध्यम है मातृभाषा

Last Updated:  Sunday,   11:29 pm

भाषा और संस्कृति हमें आपस में जोड़ती है। भारतीय भाषा पर्व कार्यक्रम में बोले अतिथि वक्ता। इंदौर : “भाषा अनेक हैं पर भाव एक है, प्रदेश अनेक हैं पर देश एक है, संस्कृति अनेक हैं पर संस्कार एक है, परिधान एक है।” संस्कृति देश को जोड़ती है। यह हमारे समाज की एकता और अखंडता का प्रतीक है। ये विचार भारतीय भाषा पर्व में मुख्य वक्ता विद्या भारती के मालवा प्रांत के संगठन मंत्री योगेश शर्मा ने व्यक्त किए। माई मंगेशकर और पढ़े

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राज्य शिखर सम्मान कार्यक्रम में बोले मुख्यमंत्री डॉ. यादव।

विभिन्न विधाओं को 15 विभूतियों को शिखर सम्मान से किया अलंकृत।

भोपाल : भारत भवन और रंग मंडल के नाम से हमारे प्रदेश का नाम पूरी दुनिया में पहचाना जाता है। शिथिल पड़ी रंग मंडल की गतिविधियों को पुनः शुरू किया जाएगा। इसके संचालन में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय मार्गदर्शन करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गुरुवार को भोपाल में भारत भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। उन्होंने मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा कला, संस्कृति एवं साहित्य के क्षेत्र में प्रदान किए जाने वाले राज्य स्तरीय “राज्य शिखर सम्मान” का वितरण किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नौ विधाओं की 15 प्रतिष्ठित विभूतियों को सम्मानित किया। राज्य शिखर सम्मान के अंतर्गत सम्मानित व्यक्तियों को सम्मान पट्टिका और दो लाख रुपए की सम्मान राशि प्रदान की गई। यह समारोह, प्रदेश की कला, संस्कृति और साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रतिभाशाली व्यक्तियों को सम्मान देने के लिए आयोजित किया जाता है।

मप्र की कला व संस्कृति की अलग पहचान।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आगे कहा, कलाकार के लिए एक पल का इंतजार भी मुश्किल होता है। लेकिन कोविड ने कुछ पुरस्कारों की राह रोक दी थी। अब इनका शीघ्रता से निराकरण और वितरण किया जा रहा है।हमारा प्रदेश कलाओं से समृद्ध प्रदेश है। यहां की कला देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान रखती है।
उन्होंने कहा कि मप्र की धरती ने बाहर से आए कलाकारों को भी सम्हाला, सराहा, काम और सम्मान दिया। मप्र ऐसा इकलौता प्रदेश है, जहां कोई एक बार आता है तो यहीं का होकर रह जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलाकार भावुक, कोमल हृदय और अपनी बात लोगों के मन तक पहुंचाने के माहिर होते हैं।समृद्धि से कला विकसित होती है और हम प्रदेश की समृद्धि के लिए सतत प्रयास कर रहे हैं।

इन्हें मिला सम्मान :-


हिंदी साहित्य : 2022 का सम्मान डॉ. उर्मिला शिरीष (भोपाल)।

उर्दू साहित्य: 2023 का सम्मान महमूद अहमद सहर (उज्जैन)।

संस्कृत साहित्यः 2022 का सम्मान डॉ. मिथिला प्रसाद त्रिपाठी (इंदौर) और 2023 का सम्मान डॉ. गोविंद दत्तात्रेय गंधे (उज्जैन)।

शास्त्रीय संगीत : 2022 का सम्मान विदुषी कल्पना झोकरकर (इंदौर) और 2023 का सम्मान विदुषी शाश्वती मंडल (दिल्ली)।

शास्त्रीय नृत्य : 2022 का सम्मान मोहिनी मोघे (जबलपुर) और 2023 का सम्मान विदुषी भारती होमबल (भोपाल)।

रूपंकर कलाएं : 2022 का सम्मान ईश्वरी रावल (इंदौर) और 2023 का सम्मान हरि भटनागर (बड़ौदा)।

नाटक : 2022 का सम्मान राम जोग (इंदौर) और 2023 का सम्मान सतीश दवे (उज्जैन)।

दुर्लभ वाद्य वादन : 2023 का सम्मान पं. सुनील पावगी (ग्वालियर)।

जनजातीय एवं लोक कलाएं : 2022 का सम्मान रामसिंह उर्वेती (पाटनगढ़) और 2023 का सम्मान कैलाश सिसोदिया (धार)

पंडित सीआर व्यास शताब्दी प्रसंग का समापन

Last Updated:  Thursday, February 6, 2025  10:22 pm

इंदौर : संस्था पंचम निषाद द्वारा संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार और संस्कृति संचालनालय मप्र सरकार के सहयोग से जाल सभागृह में गायनाचार्य पं. सी. आर. व्यास के शताब्दी प्रसंग पर आयोजित शास्त्रीय संगीत समारोह का समापन गायन – वादन की स्तरीय प्रस्तुतियों के साथ हुआ। दूसरे और अंतिम दिन भी देश के कईं ख्यातनाम कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। इनमें दो गायन और एक वादन की सभाओं का समावेश था। सबसे पहले शताब्दी प्रसंग पर अपने गुरू को उन्ही की और पढ़े

विचारों की विभिन्नता की संवाद परंपरा का विस्तार है नर्मदा साहित्य मंथन : हेमंत मुक्तिबोध

Last Updated:  Monday, February 3, 2025  7:47 pm

विचार मंथन के नये संकल्प के साथ नर्मदा साहित्य मंथन के अहिल्या पर्व का समापन। इंदौर विश्व संवाद केन्द्र मालवा द्वारा आयोजित नर्मदा साहित्य मंथन के चतुर्थ सोपान अहिल्या पर्व का समापन देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सभागृह में हुआ।समापन दिवस के प्रथम सत्र में पत्रकारिता के भारतीय तत्व पर परिचर्चा में वरिष्ठ पत्रकार जयदीप कर्णिक और अमिताभ अग्निहोत्री के साथ श्रीमती सोनाली नरगुंदे सम्मिलित हुई।दूसरे सत्र में मूर्धन्य लेखक अशोक जमनानी ने भावपूर्ण संवाद में नर्मदा परिक्रमा के आध्यात्मिक एवं और पढ़े

पंडित सीआर व्यास की स्मृति को समर्पित गुनिजान संगीत समारोह का आगाज

Last Updated:  Sunday, February 2, 2025  5:02 pm

पहले दिन गायन – वादन की दी गई प्रस्तुति। इंदौर : पद्मभूषण पंडित सीआर व्यास हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत का जाना माना नाम है। किराना, ग्वालियर और आगरा घराने की गायकी का प्रतिनिधित्व करने वाले पंडित सीआर व्यास ने अपनी स्वतंत्र गायन शैली भी विकसित की। उन्होंने कई बंदिशों व रागों की रचना की। उनकी स्मृति को बनाए रखने के लिए उन्हीं की सुशिष्या, इंदौर की वरिष्ठ गायिका शोभा चौधरी 22 वर्षों से गुनिजान संगीत समारोह का आयोजन करती आ रही और पढ़े

नर्मदा साहित्य मंथन ‘अहिल्या पर्व’ का आयोजन 31 जनवरी से

Last Updated:  Tuesday, January 28, 2025  7:20 pm

विभिन्न सत्रों के माध्यम से पर्यावरणीय जागरूकता और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण पर दिया जाएगा जोर। भारतीय ज्ञान परंपरा और संस्कृति को ध्यान में रखकर की जाएगी विशेष चर्चा। इंदौर : विश्व संवाद केन्द्र मालवा के वार्षिक साहित्योत्सव ‘नर्मदा साहित्य मंथन’ के चतुर्थ सोपान “अहिल्या पर्व” का आयोजन 31 जनवरी से 2 फरवरी 2025 तक इन्दौर में होने जा रहा है। इस साहित्योत्सव का उद्देश्य समाज जीवन के विविध पक्षों पर विचार-मंथन कर समाज को वैचारिक रूप से जागरूक और पढ़े

रेणुका पिंगळे संयोजक एवं ध्रुव देखने सहसंयोजक मनोनीत

Last Updated:  Monday, January 27, 2025  1:32 pm

इंदौर : सानंद न्यास द्वारा गत 09 वर्षों से सानंद गोष्ट सांगा प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है । यह स्पर्धा का 10वां वर्ष है । सानंद के अध्यक्ष जयंत भिसे एवं मानद सचिव संजीव वावीकर ने बताया कि इस वर्ष स्पर्धा के आयोजन हेतु रेणुका पिंगळे को संयोजक एवं सानंद मित्र ध्रुव देखने को सहसंयोजक मनोनीत किया गया है।नई पीढी को संस्कारित करने में दादा-दादी, नाना-नानी द्वारा सहज संस्कार स्वरूप सुनाई जाने वाली कहानी का असाधारण महत्व है। और पढ़े

नर्मदा साहित्य मंथन अहिल्या पर्व के पोस्टर का विमोचन

Last Updated:  Saturday, January 25, 2025  6:01 pm

भारतीय संस्कृति में संवाद की परम्परा का संवाहक नर्मदा साहित्य मंथन – श्रीरंग पेंढारकर इंदौर : इस वर्ष 31जनवरी से 02 फरवरी 2025 तक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर के सभागृह में आयोजित होने वाले नर्मदा साहित्य मंथन – अहिल्या पर्व के पोस्टर का विमोचन शुक्रवार को एसजीएसआयटीएस ,इन्दौर के में सम्पन्न हुआ।इस अवसर पर नर्मदा साहित्य मंथन-चतुर्थ सोपान के संयोजक श्रीरंग पेंढारकर ने विगत वर्ष के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए आयोजन की पृष्ठभूमि एवं आवश्यकता के विषय में जानकारी और पढ़े

गुनीजान संगीत समारोह 01 व 02 फरवरी को

Last Updated:  Tuesday, January 21, 2025  11:37 pm

इंदौर : शहर की प्रतिष्ठित संस्था पंचम निषाद संगीत संस्थान, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार, संस्कृति संचालनालय भोपाल और इंडो थाई सिक्योरिटीज लिमिटेड के समन्वित प्रतिष्ठा प्रसंग अखिल भारतीय गुनीजान संगीत समारोह का आयोजन 01 और 02 फरवरी को जाल सभागृह में शाम को 5:30 बजे से होने जा रहा है। समारोह का यह 23 वा वर्ष है। पंचम निषाद संगीत संस्थान की निदेशक, ख्यात गायिका शोभा चौधरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह समारोह पद्मभूषण पंडित सीआर व्यास और पढ़े