नरेंद्र नागर लिखित पुस्तक ‘मेरा मन’ का विमोचन
मन को समझने और ठोकरों से बचने वाली आत्मकथा है मेरा मन – डॉ. दवे। मन से लिखी ‘मेरा मन’- नागर । इन्दौर : ’सहज भाव में रहने वाले डॉ.नरेंद्र नागर ने अपनी पुस्तक मेरा मन को पूरे मन से लिखा है। यह पुस्तक उनके अनुभव और मनोभाव का संग्रह है।’ यह बात रविवार की शाम डॉ. नरेन्द्र नागर की पुस्तक ’मेरा मन’ के विमोचन समारोह में अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार सूर्यकांत नागर ने कही। मातृभाषा उन्नयन संस्थान व और पढ़े