लघुकथा का साहित्य में कोई विकल्प नहीं : डॉ. विकास दवे
विचार प्रवाह साहित्य मंच ने लघुकथा अधिवेशन आयोजित किया। पांच वरिष्ठ लघुकथाकार हुए सम्मानित। इंदौर : लघुकथा जीवंत विधा है, इसका साहित्य में कोई विकल्प नहीं है। देह का आत्मा हो जाना लघुकथा है। यह बात साहित्य अकादमी, मप्र के निदेशक डाॅ. विकास दवे ने कही। वे विचार प्रवाह साहित्य मंच द्वारा रविवार को इंदौर प्रेस क्लब सभागृह में आयोजित तृतीय लघुकथा अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में अध्यक्षीय उद्बोधन दे रहे थे। सत्र के मुख्य अतिथि वरिष्ठ लघु कथाकार डाॅ. और पढ़े