इंदौर: देवी अहिल्याबाई होलकर जन्मोत्सव समिति प्रतिवर्ष शहर और मानवता के हित में काम करनेवाली किसी एक विभूति का चयन करके उन्हें देवी अहिल्या नगर गौरव पुरस्कार से सम्मानित करती है। इसी कड़ी में इस बार सम्मान मूर्ति के रूप में ख्यात विधि विशेषज्ञ सत्यपाल आनंद का चयन कर उन्हें इस पुरस्कार से नवाज गया।
जाल सभागृह में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रिटायर्ड हाइकोर्ट जज वीएस कोकजे थे। सांसद शंकर लालवानी भी इस दौरान मौजूद रहे। सम्मान स्वरूप श्री आनंद को शॉल- श्रीफल, होलकर पगड़ी और एक लाख 11 हजार 111 की सम्मान निधि से नवाजा गया। अहिल्या जन्मोत्सव समिति की ओर से विधायक उषा ठाकुर ने श्रीमती आनंद को भी शॉल- श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। इसके अलावा भारी बहुमत से सांसद निर्वाचित हुए शंकर लालवानी का भी समिति ने अभिनंदन किया।
इस मौके पर अपनी बात रखते हुए मुख्य अतिथि वीएस कोकजे ने विधिवेत्ता श्री आनंद से जुड़े संस्मरण साझा किए। उन्होंने जनहित याचिकाओं के जरिये श्री आनंद द्वारा की गई समाजसेवा पर भी प्रकाश डाला।
बच्चों की शिक्षा के लिए दी सम्मान राशि।
सम्मानमूर्ति श्री सत्यपाल आनंद ने देवी अहिल्या नगर गौरव सम्मान से नवाजे जाने पर आभार जताया। उन्होंने सम्मान स्वरूप दी गई 1 लाख 11 हजार 111 की राशि बच्चों की शिक्षा के लिए समिति को लौटाते हुए आनंद ट्रस्ट की ओर से भी इतनी ही राशि देने की घोषणा की। श्री आनंद ने 1947 में विभाजन की त्रासदी भोगने से लेकर आज तक के जीवन सफर का उल्लेख करते हुए कई रोचक संस्मरण सुनाए। उन्होंने विदर्भ के खुदकुशी करनेवाले किसानों की विधवाओं और दुष्कर्म पीड़िताओं को सरकार की ओर से मुआवजा दिलाने के लिए जनहित याचिकाओं के माध्यम से लड़ी गई कामयाब लड़ाइयों का भी जिक्र किया। अपनी बेबाकी के लिए मशहूर इस 90 साल के युवा ने अपने समकालीन नेताओं पर भी जमकर कटाक्ष किये।
विभिन्न सामाजिक संगठनों और विशिष्टजनों ने भी श्री आनंद का अभिनंदन किया।
कार्यक्रम में अहिल्या जन्मोत्सव समिति के बैनर तले आयोजित बैंड प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में अतिथि परिचय मानवेन्द्र त्रिवेदी ने दिया। संचालन पुष्यमित्र भार्गव ने किया। आभार सुनील मतकर ने माना।