इंदौर : सोमवार को विधिविधान के साथ होलिका दहन के बाद मंगलवार को धुलेंडी पर रंगों की धमाल मचाई गई। लोगों ने अपने नाते- रिश्तेदारों, परिचितों और मित्र मंडली के साथ रंग खेलते हुए होली की खुशियां बांटी।
बच्चों पर तो सुबह से ही होली की मस्ती छाई हुई थी। एक- दूसरे को रंग लगाते और पानी उड़ेलते बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था। युवा, महिला और पुरुषों ने भी घर-परिवार, रिश्तेदार और परिचितों में जमकर होली खेली। ज्यादातर लोगों ने होली खेलने में सूखे रंगों का ही प्रयोग किया। कोरोना वायरस के भय को दरकिनार कर लोगों ने रंगपर्व का पूरा लुत्फ उठाया। सुबह से शुरू हुआ रंगपर्व मनाने का सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहा।
जगह- जगह हुआ होलिका दहन।
सोमवार रात शहरभर में जगह- जगह होलिका दहन किया गया। पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ने का असर ये हुआ कि ज्यादातर जगह लोगों ने होलिका दहन में लकड़ी की जगह गोबर के कंडों का प्रयोग किया।
राजवाड़ा पर शाही होली का दहन।
रियासत काल से चली आ रही परम्परा का निर्वहन करते हुए राजवाड़ा पर इस बार भी शाही होली का दहन किया गया। राजपुरोहित के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच होलकर राजपरिवार के वंशजों ने शाही होली का पूजन करने के बाद दहन किया।इस होलिका दहन में 1100 कंडों का इस्तेमाल किया गया। बड़ी संख्या में शहर के लोग भी यहां पहुंचे और होली की परिक्रमा कर घर- परिवार की खुशहाली की प्रार्थना की।