इंदौर : राहुल गांधी एक अपरिपक्व नेता हैं। संविधान और लोकतंत्र के खतरे में होने का दुष्प्रचार कर जनता को भ्रमित करने वाले राहुल गांधी से पूछा जाना चाहिए की क्या उन्होंने संविधान पढ़ा है..? उन्हें पता है संविधान में कितने अनुच्छेद हैं..?
उन्हें तो अपनी दादी इंदिरा गांधी के उस कृत्य के लिए पश्चाताप करना चाहिए, जो 50 वर्ष पूर्व आपातकाल लगाकर किया था। अपनी कुर्सी बचाने के लिए इंदिरा गांधी ने संविधान को ताक पर रखकर आपातकाल लागू किया था। नागरिक अधिकार छीन लिए गए थे और विपक्षी दलों के तमाम नेताओं जेलों में ठूंस दिया गया था।
ये बात बीजेपी के वरिष्ठ और वयोवृद्ध नेता विक्रम वर्मा ने मंगलवार को बीजेपी कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि बीजेपी आपातकाल के 50 वर्ष होने पर जनजागरण अभियान चलाएगी और कांग्रेस की काली करतूत को बेनकाब करेगी।
कांग्रेस अपनी राज्यों में क्यों हारी..?
विक्रम वर्मा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि वह चंद सीटें जीतकर ही ऐसा उछल रही है मानों जंग जीत ली हो। उसे याद रखना चाहिए की अपनी सरकार होते हुए भी उसने कर्नाटक, हिमाचल और तेलंगाना में सीटें गंवाई हैं। बीजेपी ने तो अकेले 242 सीटों पर जीत हासिल की है। एनडीए को पूर्ण बहुमत मिला है। मोदी जी तीसरी बार पूर्ण बहुमत वाली सरकार के प्रधानमंत्री बनें हैं। कांग्रेस कहीं आसपास भी नहीं है।
जाति और गोत्र के नाम पर समाज को बांटा जा रहा।
जातिगत जनगणना को लेकर पूछे गए सवाल पर विक्रम वर्मा का कहना था कि इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर भुनाया जा रहा है। समाज को जाति और गोत्र में बांटकर अपना उल्लू सीधा करने की कोशिश की जा रही है।जातिगत जनगणना करानी भी हो तो उसका आधार आर्थिक होना चाहिए।