नई दिल्ली : नेपाल के पोखरा शहर से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद हिमालयी पर्वतीय क्षेत्र में दुर्घटना का शिकार हुए तारा एयर (Tara Air) के विमान का मलबा मिल गया है। नेपाली सेना ने मस्टैंग में थासांग-2 के सानोसवेयर में तारा एयर का दुर्घटनाग्रस्त विमान ढूंढ निकाला। विमान में सवार सभी 22 लोगों की मौत हो गई,इस बात की पुष्टि नेपाली सेना ने की है। विमान में चार भारतीय भी सवार थे। इस विमान ने राजधानी काठमांडू से 200 किलोमीटर पूर्व में स्थित पोखरा से सुबह सवा दस बजे उड़ान भरी थी।
चार भारतीय यात्रियों ने भी गंवाई जान।
बताया जाता है कि विमान को पश्चिमी पर्वतीय इलाके में जोमसोम हवाई अड्डे पर उतरना था, लेकिन पोखरा-जोमसोम हवाई मार्ग पर घोरेपानी के ऊपर आसमान में विमान का टॉवर से संपर्क टूट गया। ‘तारा एयर के इस विमान में चार भारतीय नागरिक, दो जर्मन नागरिक और 13 नेपाली यात्रियों के अलावा चालक दल के तीन नेपाली सदस्य सवार थे। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने बताया कि विमान करीब 14,500 फीट की ऊंचाई पर टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
मृतकों की जारी की गई लिस्ट।
विमानन कंपनी ने यात्रियों की सूची जारी की है, जिसमें भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर (त्रिपाठी) और उनके बच्चों धनुष त्रिपाठी और ऋतिका त्रिपाठी के रूप में की गई है. यह परिवार मौजूदा समय में मुंबई के नजदीक ठाणे में रह रहा था।
2016 में इसी एअरलाइन विमान हुआ था क्रेश।
बता दें, 2016 में इसी एयरलाइन का एक विमान उड़ान भरने के बाद इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी। मार्च 2018 में यूएस-बांग्ला एअर का विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार 51 लोगों की मौत हो गयी थी। सीता एयर का एक विमान सितंबर 2012 में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आपात लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे 19 लोगों की मौत हो गयी थी। पोखरा से जोमसोम जा रहा एक विमान 14 मई 2012 को जोमसोम हवाईअड्डे के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया था,जिससे 15 लोगों की मौत हो गयी थी।