अत्यधिक ठंड में बढ़ जाता है हार्ट व ब्रेन स्ट्रोक का खतरा,सावधानी बरतें – डॉ. पांडे

  
Last Updated:  January 29, 2022 " 09:07 pm"

इंदौर : जनवरी माह में लगातार शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है। तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। इंदौर सहित मप्र के कई जिले अत्यधिक ठंड की चपेट में हैं। मौसम विभाग ने इसको लेकर अलर्ट भी जारी किया है। बर्फीली हवाओं का ये दौर मानव स्वास्थ्य पर विपरीत असर डाल रहा है। मांसपेशियों में जकड़न के साथ हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसे मामले भी बढ़ रहे हैं। ऐसे हालात में शीतलहर के प्रकोप से बचने के लिए किसतरह के उपाय किए जाने चाहिए, इसे लेकर हमने एमजीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. वीपी पांडे से चर्चा की।

अत्यधिक ठंड से बढ़ रहे हार्ट व ब्रेन स्ट्रोक के मामले

डॉ. पांडे ने बताया कि लंबे समय से चल रहा शीतलहर का प्रकोप इंसानी स्वास्थ्य के लिए कई समस्याएं पैदा कर रहा है। अत्यधिक ठंड के चलते हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर, ब्रेन स्ट्रोक, एपिलेप्सी आदि के मामले बढ़ रहे हैं। जिनका सीधा सम्बन्ध मेटाबोलिज्म से है। शरीर में भोजन का ऊर्जा में परिवर्तित होना ही मेटाबोलिज्म कहलाता है।
डॉ पांडे ने बताया कि अत्यधिक ठंड में शरीर का तापमान अनियंत्रित होने लगता है, जिसे बनाए रखने में अतिरिक्त ऊर्जा खर्च होती है। इसी के साथ खून गाढा होने लगता है और खून के थक्के जमने की संभावना बढ़ जाती है। इसके चलते दिल और ब्रेन को खून का प्रवाह समुचित मात्रा में नहीं हो पाता। जिन लोगों को पहले से दिल की अनियंत्रित धड़कन, बढा हुआ कोलेस्ट्रॉल, शुगर, ब्लड प्रेशर की शिकायत है, उन्हें ठंडे मौसम में हार्ट अटैक या हार्ट फेल्योर का खतरा अधिक हो जाता है। इसीतरह दिमाग को पर्याप्त खून की आपूर्ति नहीं होने से ब्रेन स्ट्रोक की संभावना भी बढ़ जाती है।

शीतलहर में बाहर निकलने से बचें।

डॉ. पांडे के मुताबिक शीतलहर में जहां तक संभव हो अनावश्यक बाहर जाने से बचें। जाना आवश्यक हो तो खुद को गर्म कपड़ों से अच्छी तरह ढंक लें। अपने कान, नाक, मुंह और सिर को ढंककर रखें।

घर पर ही करें एक्सरसाइज।

डॉ. पांडे ने सलाह दी है कि जब तक शीतलहर का प्रकोप जारी है, अलसुबह घूमने जाने और एक्सरसाइज करने से बचें। उसकी बजाय घर पर ही सामान्य एक्सरसाइज कर लें। इससे ठंड के प्रकोप से बचे रहेंगे।

पौष्टिक आहार लें।

डॉ. पांडे ने कहा कि ठंड के प्रकोप के चलते शरीर की अधिक ऊर्जा खर्च होती है, अतः इस ऊर्जा को बनाए रखने के लिए हमें प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार लेना चाहिए।दूध, चीज, अन्य डेयरी प्रोडक्ट, मूंग, मसूर, चना, मूंगफली, नारियल का तेल, हरी सब्जियां, संतरा, अंगूर, नींबू, ग्रीन टी जैसे पदार्थ शरीर में मेटाबोलिज्म को बढ़ाते हैं।
जो लोग नॉनवेज खाना पसंद करते हैं, वे अंडा, चिकन, फिश, सीफ़ूड और मीट के जरिए अपने मेटाबोलिज्म को बढ़ा सकते हैं। इससे अत्यधिक ठंड से बचाव और रोगों से मुकाबला करने के लिए शरीर को आवश्यक अतिरिक्त ऊर्जा की पूर्ति हो सकती है।

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