इंदौर के स्टार्ट अप स्वाहा को मिला है यह टर्न की प्रोजेक्ट ।
जम्मू : जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने श्री अमरनाथ यात्रा 2023 का लोगो, उसका यात्रा एंथम और तीर्थ यात्रियों को जागरूक करने के लिए आईईसी मैटेरियल कार की लॉन्चिंग राजभवन में आयोजित एक गरिमामय समारोह में की।
इस अवसर पर चीफ सेक्रेटरी मनदीप भंडारी, कमिश्नर सेक्रेटरी रूरल डेवलपमेंट और पंचायती राज जम्मू कश्मीर मनदीप कौर , डायरेक्टर रूरल सैनिटेशन चरणदीप सिंह, डायरेक्टर पंचायती राज मोहम्मद खालिद, श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के ACEO राहुल सिंह, आईआईटी इंदौर के स्टार्टअप ‘स्वाहा’ के सीईओ समीर शर्मा और सीओओ रोहित अग्रवाल मौजूद थे।
एप और वेबसाइट भी की गई लॉन्च।
एलजी मनोज सिन्हा ने इस अवसर पर स्वाहा द्वारा डेवलप की गई अमरनाथ यात्रा की वेबसाइट, एप तथा एमआईएस पोर्टल को भी लांच किया। जन जागरण के लिए स्वाहा ने मस्कोट्स भी लांच किए हैं,जिसे LG ने बहुत सराहा।
जीरो लैंडफिल होगी अमरनाथ यात्रा।
कमिश्नर सेक्रेटरी मनदीप कौर ने बताया कि किस तरह अमरनाथ यात्रा पूर्णता सस्टेनेबल और जीरो लैंडफिल बनाई जा रही है। उन्होंने आईआईटी इंदौर के स्टार्टअप, स्वाहा के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस स्टार्टअप ने वेस्ट मैनेजमेंट तथा सस्टेनेबिलिटी के नवाचारों को इस यात्रा में लागू किया है जिससे यह यात्रा पूर्णत: जीरो लैंडफिल बन गई है।
स्वाहा का नवाचार, सस्टेनेबल लंगर।
स्वाहा द्वारा स्थापित सस्टेनेबल लंगर इस वर्ष के लिए एक अनोखा नवाचार है जिसमें MNREविभाग द्वारा प्रमाणित सस्टेनेबल टेक्नालॉजी जैसे सोलर थर्मल कुकर, बायोगैस और बायोमास को उपयोग में लाकर एक सस्टेनेबल लंगर का प्रदर्शन बालटाल बेस कैंप पर किया जा रहा है जिसमें रोजाना 12 सौ लोगों का भोजन बनाकर परोसा जा रहा है । इस लंगर का उद्देश्य भविष्य में अमरनाथ यात्रा के लंगरों को उन्नत व प्रदूषण मुक्त कर उन्हें सस्टेनेबल बनाने का है।
डायरेक्टर चरणदीप सिंह ने बताया कि स्वाहा द्वारा इस वर्ष अमरनाथ यात्रा में संपूर्ण वेस्ट मैनेजमेंट को मॉनिटर करने के लिए एक एमआईएस पोर्टल और साथ ही यात्रियों को कचरा रिपोर्टिंग करने के लिए एक मोबाइल ऐप भी डेवलप किया गया है इस आईटी इनीशिएटिव्स ने इस यात्रा को पूर्णता हाईटेक और साथ ही सस्टेनेबल बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी है।
यात्रा मार्ग पर वेस्ट मैनेजमेंट के लिए 13 कैंप।
डायरेक्टर रूरल सैनिटेशन चरणजीत सिंह ने प्रेजेंटेशन में बताया कि इस वर्ष संपूर्ण यात्रा मार्ग पर 13 कैंप लगाए गए हैं जहां पर संपूर्ण वेस्ट मैनेजमेंट किया जाएगा। 3900 से अधिक कर्मचारी तथा 2300 से अधिक टॉयलेट्स संपूर्ण यात्रा मार्ग पर यात्रियों की सुविधा के लिए लगाए गए हैं। सभी टॉयलेट्स सफाई व्यवस्था round-the-clock यानी 24 घंटे चालू रहेगी।
जम्मू – कश्मीर की सभी यात्राओं में लागू होगा सस्टेनेबल मॉडल।
एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि वेस्ट मैनेजमेंट और सस्टेनेबल नवाचार का मॉडल जो जम्मू-कश्मीर में विकसित हुआ है, यह भारत के सभी तीर्थ स्थलों, बड़ी तीर्थ यात्रा तथा धार्मिक आयोजनों के लिए एक मॉडल/नजीर बनेगा। यह मॉडल जल्द ही जम्मू कश्मीर के सभी धार्मिक आयोजनों और यात्राओं में लागू किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए स्टार्टअप स्वाहा और डायरेक्टरेट रूरल सैनिटेशन को इस हेतु बधाई दी।