इंदौर : कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिला प्रशासन ने अस्पतालों को तीन श्रेणियों में बांट दिया है। ग्रीन श्रेणी में उन अस्पतालों को रखा गया है जहां कोरोना और सर्दी- खांसी को छोड़कर अन्य सभी बीमारियों का इलाज किया जाएगा। यलो श्रेणी में 17 अस्पताल रखे गए हैं जिनमें सर्दी- खांसी के लक्षणों वाले मरीजों का उपचार किया जाएगा। रेड श्रेणी में एमआरटीबी और अरविंदो अस्पताल को रखा गया है। इन दोनों अस्पतालों में केवल कोरोना संक्रमित मरीजों का ही इलाज होगा। तमाम निजी अस्पताल संचालकों से इस बारे में बात हो चुकी है।
ये जानकारी कलेक्टर मनीष सिंह ने दी। उन्होंने बताया निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स, नर्स और तमाम स्टॉफ को पीपीई सुरक्षा किट उपलब्ध कराई जा रही हैं।
प्राइवेट क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर्स अस्पतालों में दें सेवाएं।
कलेक्टर की माने तो निजी क्लीनिक में जाने वाले मरीजों के जरिये कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा था। इसलिए उन्हें खोलने की अनुमति नहीं दी गई। प्रायवेट प्रैक्टिस करनेवाले डॉक्टर चाहें तो अस्पतालों में सेवाएं दे सकते हैं। उन्हें पीपीई सुरक्षा किट प्रशासन उपलब्ध करवा देगा।