नई दिल्ली : बैंक शाखाओं में दो हजार के नोट बदलने की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है। इसके लिए बैंकों ने सारी व्यवस्था कर ली है। बैंक शाखाओं में अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई है। पहली नोटबंदी के दौरान जिस तरह की कतारें बैंकों में देखी गई थी, उसतरह के हालत इस बार नहीं हैं। लोग आसानी से दो हजार के नोट बदलवा रहे हैं। किसी प्रकार की परेशानी लोगों को न हो इसके लिए ट्रायल के तौर पर बैंक शाखाओं में कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं हैं। इसके साथ ही एटीएम में अब दो हजार के नोट जमा तो हो सकेंगे, लेकिन मशीन से नहीं निकलेंगे। मशीनों को उसी हिसाब से रीकन्फिगर किया जा रहा है।
बैंकों में भीड़ नहीं उमड़ने की वजह ये भी है कि लोगों को दो हजार के नोट बदलने के लिए 4 महीने के आसपास का समय मिला है। 2000 के नोटों का चलन भी बाजार में बीते एक – दो सालों में लगभग बंद सा हो गया था। अंतः इसका आम आदमी पर असर नहीं के बराबर होगा।
आरबीआई ने एक बार में 10 नोट बदलने की अनुमति बिना किसी दस्तावेज के दी है पर कुछ बैंकों फॉर्म भरवाने के साथ आईडी प्रूफ भी मांग रही हैं।
कितने नोट बदले जा रहे हैं, इन सभी का ब्यौरा रखा जाएगा। रोजाना डाटा तैयार करने के लिए सभी बैंकों को निर्देशित किया गया है। जब भी आरबीआई डाटा मांगे उसे तुरंत उपलब्ध कराना होगा। यह लोकेशन के हिसाब से भी डाटा कलेक्ट करने की योजना के तहत है।