इंदौर : भारतीय किसान यूनियन की प्रदेश इकाई ने आरोप लगाया है कि इंदौर की कृषि उपज मंडी में अवैध रूप से आढ़त वसूली जा रही है। प्रतिदिन 50 लाख रुपए की अवैध वसूली आढ़तियों द्वारा की जा रही है। अभी तक करोड़ों रुपए का चूना किसानों व सरकार को लगाया जा चुका है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव और इंदौर संभाग के कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश सोमानी ने प्रेस वार्ता के जरिये यह आरोप लगाया। उनका कहना है किसानों से 7 फीसदी तक वसूली की जाने के साथ उन्हें तोल पर्ची, भाव पर्ची और खाली बारदान भी मुहैया नहीं कराए जा रहे हैं। किसान यूनियन 2006 से इस अवैध वसूली के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। पूर्व और वर्तमान सरकार से लेकर हाईकोर्ट व कृषि विपणन बोर्ड तक किसान
यूनियन इस मामले को ले गई। हर जगह फैसला हमारे पक्ष में हुआ बावजूद इसके आढ़त के नाम पर अवैध वसूली बदस्तूर जारी है।
किसान यूनियन के पदाधिकारियों के मुताबिक आढ़त का कमीशन केवल 2 फीसदी मान्य है। पर 5 से 7 फीसदी तक वसूला जा रहा है। लहसुन प्याज पर तो आढ़त ली ही नहीं जा सकती पर उसपर भी किसान व खरीददार दोनों से अवैध वसूली की जा रही है।
किसान यूनियन का आरोप है कि उसके द्वारा अवैध वसूली के खिलाफ आवाज उठाई जाने पर यूनियन के पदाधिकारियों को डराया- धमकाया जा रहा है। संभागीय कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश सोमानी पर तो गोली भी चलाई गई थी।
किसान यूनियन ने मांग की है कि कृषि उपज मंडी से आढ़त प्रथा पूरीतरह खत्म की जाए। अपनी मांग को लेकर यूनियन राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित कर रही है।
आढ़त के नाम पर हो रही करोड़ों की अवैध वसूली, भारतीय किसान यूनियन ने लगाया आरोप
Last Updated: November 29, 2019 " 02:02 pm"
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