इंदौर : रक्षा सेनाओं में शामिल होकर देश सेवा के लिए जीवन समर्पित करने का जज्बा इंदौर व मप्र के युवाओं में भी बढ़ता नजर आ रहा है। प्रतिवर्ष एनडीए में सिलेक्ट होने वालों की तादाद बढ़ रही है। इस बार इंदौर से तीन छात्रों का चयन एनडीए के लिए हुआ है। सभी चयनित छात्रों ने मां ट्यूटोरियल्स से कोचिंग लेकर सफलता हासिल की। रविवार को प्रीतमलाल दुआ सभागृह में आयोजित पत्रकार वार्ता में मां ट्यूटोरियल्स के निदेशक पंकज भट्ट और सेवानिवृत्त कर्नल एनके माथुर ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सैनिक नवोदय विद्यालय में भी दो विद्यार्थियों का चयन मां ट्यूटोरियल्स के जरिए हुआ है।
इन छात्रों का हुआ है एनडीए में चयन।
मां ट्यूटोरियल्स के पंकज भट्ट ने बताया कि एनडीए (नेशनल डिफेंस एकेडमी) में देव व्यास, यश पाल व अरिन अग्रवाल का चयन हुआ है। यश और अरिन एनडीए की केरल स्थित नेवल एकेडमी में ट्रेनिंग लेंगे जबकि देव व्यास थल सेना की खड़कवासला पुणे स्थित अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इसी तरह विद्यार्थी कृष्णा तोमर का चयन सैनिक स्कूल और दैविक पाटीदार का चयन सैन्य नवोदय विद्यालय के लिए हुआ है। श्री भट्ट ने बताया कि इन छात्रों ने अपनी अथक मेहनत और परिश्रम से लाखों प्रतिभागियों के बीच से एनडीए में अपना स्थान बनाया है।
चयनित छात्रों ने साझा किए सफलता के गुर।
एनडीए और नेवल एकेडमी में चयनित छात्रों देव व्यास, यश पाल और अरिन अग्रवाल ने अपनी सफलता का श्रेय माता – पिता और मां ट्यूटोरियल्स को दिया। छात्रों ने बताया कि रक्षा सेनाओं में अधिकारी बनकर देश की सेवा करने का सपना पूरा करने को उन्होंने अपना लक्ष्य बना लिया था। उसी दिशा में वे लगातार प्रयास करते रहे। मां ट्यूटोरियल्स के पंकज भट्ट और कर्नल माथुर ने उन्हें परीक्षा की तैयारी को लेकर उचित मार्गदर्शन दिया। उसी का सुखद परिणाम रहा की उनका सपना अब पूरा होने जा रहा है। चयनित छात्रों के परिजनों ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि बच्चों के सेना में जाने के फैसले को लेकर पहले तो वे चिंतित हुए पर उनके जज्बे को देखकर पूरा सपोर्ट किया। उन्हें गर्व है कि उनके बच्चे अब सैन्य अधिकारी बनकर देश की सेवा करेंगे।
डेढ़ साल की प्रक्रिया के बाद मिलता है एनडीए में प्रवेश।
मां ट्यूटोरियल्स से जुड़े रिटायर्ड कर्नल एनके माथुर ने बताया कि एनडीए में चयन आसान नहीं होता। यूपीएससी द्वारा वर्ष में दो बार लिखित परीक्षा ली जाती है। 12 वी पास छात्र इसमें शामिल हो सकते हैं। नेवी और एयरफोर्स के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स विषय के साथ 12 वी पास होना जरूरी है। लिखित परीक्षा पास करने के बाद पांच दिन की एसएसबी चयन प्रक्रिया से गुजरना होता है। उसमें सिलेक्ट होने पर मेडिकल फिटनेस टेस्ट के बाद मेरिट के आधार पर एनडीए में प्रवेश मिलता है। तीन साल का प्रशिक्षण पूरा होने पर ग्रेजुएशन की डिग्री प्रदान की जाती है। एनडीए के बाद एक साल का विशेष प्रशिक्षण प्रतिभागियों को दिया जाता है। इस तरह कुल चार साल की ट्रेनिंग के बाद थल सेना में लेफ्टिनेंट, नौसेना में सब लेफ्टिनेंट और वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में पोस्टिंग मिलती है।
पहले बहुत कम छात्र जाते थे सेना में।
मां ट्यूटोरियल्स के निदेशक पंकज भट्ट ने बताया कि पहले मप्र के बहुत कम छात्र तीनों सेनाओं में करियर बनाने के बारे में सोचते थे पर अब हालात बदले हैं। काफी संख्या में छात्रों का रुझान सेना की ओर हुआ है और कई छात्र चयनित होकर सैन्य अधिकारी भी बन रहे हैं।