इंदौर : राष्ट्र संत महामंडलेश्वर उत्तम स्वामीजी महाराज ने कहा है कि जीवन में पुरुषार्थ, प्रेम और प्रतीक्षा को अपनाने से ही प्राप्ति होती है। परम पिता परमेश्वर ने हर किसी के भाग्य में लिख दिया है कि किसे कितनी प्राप्ति होगी। जब वक्त आता है तो सब कुछ ठीक हो जाता है।
उत्तमस्वामी महाराज शनिवार सुबह लाभगंगा गार्डन में इंदौर रेडीमेड वस्त्र व्यापारी संघ द्वारा आयोजित तीन दिनी रेडीमेड गारमेन्ट फेयर के उद्घाटन समरोह को संबोधित कर रहे थे।
हम जो भी करते हैं, हमारे प्रारब्ध का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि 9 माह की नर्मदा परिक्रमा के बाद यह पहला मौका है जब मैं किसी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम में आया हूं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं, आप सभी का व्यापार अच्छा हो। आप सभी व्यापार को बढ़ाने की दौड़़ में लगे हुए हैं। हम जीवन में जो भी कार्य करते हैं, वह हमारे प्रारब्ध का परिणाम होता है। पूर्व जन्म में किए हुए कर्मों के फल के आधार पर भगवान द्वारा इस जन्म में हमारे कार्य निश्चित किए जाते हैं। परम पिता को यह पता है कि किस व्यक्ति को कितना देना? कब देना है? और उसे कहां तक पहुंचाना है?
कर्म के अनुसार होती है प्राप्ति।
स्वामी जी ने कहा कि जीवन में पुरुषार्थ,प्रेम, प्रतीक्षा और प्राप्ति जरुरी है। दुनिया में ऐसा कोई काम नहीं है जो कि कोई व्यक्ति नहीं कर सकता है। हम ठान ले तो सबकुछ कर सकतें है। हमे यह ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी काम को करने के लिए पुरुषार्थ में कोई कमी नहीं रहे। अपना पुरुषार्थ करने के बाद हमें प्रतीक्षा भी करना चाहिए। क्योंकि प्रतीक्षा का फल मीठा होता है। जब पुरुषार्थ हो जाता है, प्रतीक्षा हो जाती है तो फिर प्राप्ति भी हो जाती है। हमारे कर्म के अनुसार हमें उचित प्राप्ति हर हालत में होगी।
उन्होने कहा कि इंदौर का कपड़ा सबसे ज्यादा दक्षिण भारत में बिकता है। अब दक्षिण भारत की तो वेषभूषा ही लूंगी और शर्ट है, उसके बाद भी जब करोड़ो रुपए का कपड़ा इंदौर से जाता है, तो इस कपड़े के महत्व को समझा जा सकता है। दक्षिण भारत की संस्कृति, वहां के संस्कार और शुद्धता से कायम है। पूरे देश में लोगों के लिए तन ढंकने का काम मां अहिल्या की नगरी इंदौर द्वारा किया जा रहा है।
शहर का हर चौथा व्यक्ति गारमेंट व्यवसाय से जुड़ा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इंदौर रेडीमेड व व्यापारी संघ के अध्यक्ष आशीष निगम ने कहा कि हर दो वर्ष में एसोसिएशन के द्वारा यह गारमेंट फेयर आयोजित किया जाता है। पिछले 60 वर्ष के इतिहास में यह पहला मैाका है, जब गॉरमेन्ट फेयर जुलाई महीने में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने इंदौर के उन वस्त्र निर्माताओं को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इंदौर के फेयर में भाग लेने के लिए मुंबई के फेयर को छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि इंदौर में तीन हजार रेडीमेड वस्त्र निर्माता है। इस शहर का हर चौथा व्यक्ति किसी ना किसी रुप में गॉरमेन्ट व्यवसाय से जुड़ा हुआ है।
कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए दक्षिण भारत के प्रमुख कारोबारी जियाउद्दीन ने कहा कि इंदौर से मेरा 30 साल का रिश्ता है। यह शहर भारत सरकार की स्मार्ट सिटी योजना में तो नं.1 है ही, बच्चों के गॉरमेन्ट में भी देश में नं. 1 है। इंदौर में निर्मित गॉरमेन्ट ग्राहको को संतोष देता है। यहां की क्वालिटी बहुत अच्छी है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो अब मेक इन इंडिया की बात कर रहे है, लेकिन इंदौर तो पिछले 20 सालों से मेक इन इंडिया पर कार्य कर रहा है। हम जब भी इंदौर आते है तो यहां के वस्त्र निर्माताओं से हमे पारिवारिक माहौल मिलता है। बच्चों का गॉरमेन्ट इंदौर का स्टेटस सिंबल बन गया है। इसकी मांग अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने लगी है।
मुंबई के बजाय अब इंदौर से वस्त्र खरीदते हैं दक्षिण के कारोबारी।
दक्षिण भारत के ही प्रमुख कारोबारी रवि कुमार ने कहा कि मैने 2013 से इंदौर में आकर यहां से रेडीमेड गॉरमेन्ट का माल लेना शुरु किया था। इस शहर के साथ तो मेरा रिश्ता दस साल का ही है, लेकिन यहां जब भी आता हूं तो लगता है कि मेरा बहुत पुराना रिश्ता जुड़ा हुआ है इस शहर और व्यापारियों के साथ। बच्चों के कपड़ों के मामले में इंदौर ही पूरे देश में नं. 1 से नं. 5 तक आता है। मेरे कारोबारी दोस्त जो पहले गॉरमेन्ट का माल खरीदने मुंबई जाते थे, वे भी अब इंदौर ही माल खरीदने आ रहे हैं।
दक्षिण भारत के ही कारोबारी आसिफ भाई ने कहा कि मैने जब इंदौर में माल खरीदी के लिए आना शुरु किया, तब दक्षिण भारत से इंदौर तक के लिए ना तो रेल की सुविधा थी और ना ही प्लेन की सुविधा थी। इस शहर का बहुत विकास हुआ है। आज यह देश की सबसे क्लीन सिटी है। इंदौर के रेडीमेड गॉरमेन्ट के कारोबार के रोल मॉडल आशीष निगम है। ऐसी लीडरशिप देश की किसी और सिटी में नहीं मिल सकती। जिस गति से इंदौर रेडीमेड गॉरमेन्ट के क्षेत्र में काम कर रहा है उस से यह स्पष्ट है कि आने वाले समय में यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी नं. एक होगा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत इंदौर रेडीमेड वस्त्र व्यापारी संघ के पदाधिकारियों के द्वारा किया गया। अंत में आभार प्रदर्शन संघ के सचिव विशाल दासोद ने किया।
मिल से मॉल तक का सफर…
इस कार्यक्रम के लिए बनाए गए मंच के बैकड्राप पर स्लोगन दिया गया था, मिल से मॉल तक का सफर… इस बैक ड्राप पर मालवा मिल, होप टैक्सटाइल, हुकुमचंद मिल, स्वदेशी मिल, भंडारी मिल, राजकुमार मिल अैार कल्याण मिल की चिमनी बनाई हुई थी। इसके साथ ही लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर का चित्र भी बना हुआ था।