पिछले चुनाव से करीब सवा सात फीसदी कम हुई वोटिंग।
प्रत्याशी विहीन हुई कांग्रेस ने चलाया था नोटा अभियान।
इंदौर : कांग्रेस के नोटा दबाओ अभियान के बीच इंदौर लोकसभा सीट पर 13 मई को हुए चुनाव में कुल 61.75 फीसदी मतदान हुआ। पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले यह करीब सवा सात फीसदी कम है।
सांवेर में सबसे ज्यादा, इंदौर 05 में सबसे कम मतदान।
जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक इंदौर लोकसभा की आठ विधानसभा सीटों में सबसे अधिक 67.08 फीसदी सांवेर में और सबसे कम 57.77 प्रतिशत मतदान इंदौर 05 में दर्ज किया गया। इसके अलावा देपालपुर में 65.18, राऊ में 62.45, इंदौर 01 में 61.01, इंदौर 02 में 59.36, इंदौर 03 में 58.34 और इंदौर 04 में 64.22 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
नोटा विरुद्ध बीजेपी बन गया था ये चुनाव।
बता दें, कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम के ऐन मौके पर नाम वापस लेने और बीजेपी में शामिल हो जाने से कांग्रेस को करारा झटका लगा था। इस घटना से गुस्साई कांग्रेस ने नोटा अभियान चलाते हुए लोगों से नोटा पर वोट करने का आह्वान किया था। इसके चलते यह चुनाव नोटा विरुद्ध बीजेपी में तब्दील हो गया था। अब ये तो 04 जून को मतगणना वाले दिन ही पता चलेगा कि कांग्रेस के नोटा अभियान को कितना जन समर्थन मिलता है।