इंदौर : कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ चल रही जंग में भारतीय जीवन पद्धति कारगर साबित हो रही है। ध्यान, योग, प्राणायाम और अनुलोम- विलोम व कपाल भाति जैसी ब्रीदिंग एक्सरसाइज कोरोना मरीजों में नई जान फूंकने के साथ उन्हें कोरोना संक्रमण से छुटकारा दिलाने में सहायक सिद्ध हो रहीं हैं। यही कारण है कि मप्र में कोरोना के मरीजों के उपचार के साथ उनसे ध्यान- योग भी करवाया जा रहा है। एमआरटीबी हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों को उपचार के दौरान उनका मनोबल बढ़ाने के लिए डॉक्टर और योग विशेषज्ञ उन्हें योगाभ्यास भी करवा रहे हैं।
मरीजों को हो रहा निरोगी होने और सुकून का अहसास।
ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं, जब कोरोना के मरीज योगाभ्यास और ब्रीदिंग एक्सरसाइज अपनाने के कारण कोरोना से जल्द मुक्त हो गए। उपचाररत मरीजों का कहना है कि उन्हें योग और ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से काफी अच्छा महसूस हो रहा है। उनमें नई चेतना और विश्वास जागा है। उन्हें भरोसा होने लगा है कि वे कोरोना को हरा देंगे।
आयुर्वेदिक औषधियों का भी किया जा रहा वितरण।
मप्र सरकार ने आयुष विभाग द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुरूप घर- घर आयुर्वेदिक काढ़ा और औषधियों का वितरण भी शुरू करवा दिया है। बताया जाता है कि आयुर्वेदिक काढ़ा और अन्य औषधियां शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने में मददगार होते हैं। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है उनपर कोरोना या किसी भी अन्य वायरस का असर नहीं होता।