“विकसित भारत-नागरिकों का सशक्तिकरण” पर केंद्रित है सम्मेलन।
इंदौर : भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और जन शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Meity), और मध्यप्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजित ई-गवर्नेंस संबंधी दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का गुरुवार को शुभारंभ हुआ। इस सम्मेलन की थीम “विकसित भारत, नागरिकों को सशक्त बनाना” है।
सम्मेलन का उद्घाटन विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा,जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट,सांसद शंकर लालवानी, संयुक्त सचिव प्रशासनिक सुधार और जन शिकायत विभाग एनबीएस राजपूत, प्रदेश के प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नीरज मंडलोई,वी.श्रीनिवास, अलकेश कुमार शर्मा सचिव इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार और अध्यक्ष मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक निगम, शैतान सिंह द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
ई – गवर्नेस में नवाचार पर केंद्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ।
26वें राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन के पहले दिन ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में हो रहे नवाचार प्रौद्योगिकियों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम के पहले दिन ई-गवर्नेंस के नए दृष्टिकोण पर आधरित कार्यक्रमों और चर्चाओं की शुरुआत की गई।
कार्यक्रम के दौरान ब्लॉक गुड गवर्नेंस इंडेक्स और छतरपुर जिले के डैशबोर्ड की शुरुआत की गई, जो कि शासन की प्रभावकारिता में नए मानकों को स्थापित करने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई है। साथ ही कॉफी-टेवल बुक का विमोचन भी किया गया जिसका शीर्षक है “मध्यप्रदेश में ई-गवर्नेंस के लिए भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी का प्रभावी उपयोग”।
डिजिटल नवाचार आगामी दशक में प्रशासन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सरकारी नीतियों और प्रौद्योगिकियों के बारे में बातचीत की आवश्यकता होगी जो भविष्य में डिजिटल प्रशासन को आकार देंगी। इस सम्मेलन में यथाश्रेष्ठ वक्तव्यकारों को भारत के तकनीकि परिवर्तन के लिए डिजिटल परिवर्तन, नागरिक केंद्रित प्रदान करने के लिए उभरती तकनीकें, जिला स्तर में ई-गवर्नेंस की पहल, जन शिकायत के लिए अनुसंधान और विकास की भूमिका, स्टार्टअप्स द्वारा शासन में उभरती तकनीकें जैसे विषयों पर चर्चा की गई।
यह सम्मेलन देश भर में ई-गवर्नेंस की पहल को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित कर रहा है। नागरिक सेवा प्रदान में प्रक्रिया पुनराचिति और समापन सेवा प्रदान में उभरती तकनीक के माध्यम से सफल इंटरवेंशन भी दिखा रहा है।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन 28 राज्यों और 9 संघ राज्यों समेत शिक्षा, अनुसंधान संस्थान, आईटी उद्योग एवम स्टार्टअप्स के प्रतिष्ठित व्यक्तियों की फिजिकल और वर्चुअल मोड में सम्मलित हुए। सम्मेलन के दौरान ई- प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जो ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में भारत की प्राप्तियों की प्रदर्शन झलक बिखेरती दिखीं। पिछले वर्षों के पुरस्कृतों के बारे में एक वॉल ऑफ फेम / फोटो प्रदर्शन स्थल का निर्माण भी किया गया है।