देश की स्वतंत्रता और निर्माण में आदिवासी महानायकों के योगदान पर डाला गया प्रकाश।
इंदौर : आदिवासी समाज के आराध्य भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजाति गौरव दिवस पर लालबाग मैदान,इंदौर में मनाया गया। इस कार्यक्रम में जनजाति समाज के लोगों ने बड़ी तादाद में शिरकत की। कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता जनजाति विकास मंच रतलाम के विभाग प्रमुख राजेश ङावर ने जनजाति समाज के महानायकों के देश की स्वतंत्रता में योगदान और आजादी के पश्चात देश के निर्माण एवं उसकी मूल संस्कृति को बचाए रखने मे जनजाति समाज की भूमिका को रेखांकित किया।
उन्होने अपने उद्बोधन में भगवान बिरसा मुण्डा एवं टंट्या मामा के जीवनकार्य और अंग्रेजों के विरुद्ध उनके संघर्ष के साथ आदिवासी संस्कृति को समाप्त करने वाले धर्मांतरण के दुष्चक्र के खिलाफ समाज जागरण में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया भगवान राम से लेकर महाराणा प्रताप तक तमाम महापुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर युद्ध करने वाले आदिवासी समाज के गौरवशाली इतिहास के प्रति पूरे समाज को जागृत करने की जरूरत है। उन्होने बताया कि जनजाति गौरव दिवस, जनजाति
गौरव के स्मरण और स्थापना का दिन है। यह पूरे देश का गौरव दिवस है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दानवीर सिंह छाबड़ा,कार्यवाहक अध्यक्ष श्री गुरूसिंह सभा एवं अध्यक्ष जीएनटी मार्केट थे। मंच पर जनजाति विकास मंच के अध्यक्ष गोविंद सिंह भूरिया , संयोजक राधेश्याम जामले , कल्याण आश्रम के मदन वास्केल , बाल कल्याण समिति की सोनम निनामा सहित आदिवासी समाज के संत समाज एवं प्रमुख उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम की प्रस्तावना अजमेर सिंह भाबर ने पेश की। कार्यक्रम का संचालन ङा. अनुराग पनवेल ने किया। आभार शंकरलाल कटारा ने माना।
आदिवासी संस्कृति की पेश की गई झलक।
कार्यक्रम के दौरान समाज के कलाकारों ने लोकनृत्यों के जरिए आदिवासी संस्कृति की खूबसूरत बानगी भी पेश की। बड़ी संख्या में मौजूद जनजाति समाज के युवा, छात्र, महिलाएं और पुरुषों ने इन प्रस्तुतियों का आनंद लिया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़, आकाश विजयवर्गीय, आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, मधु वर्मा सहित आरएसएस व अनुषंगी संगठनों के पदाधिकारी, विशिष्टजन और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।