इंदौर : पीली गैंग और खाकी के अत्याचारी कारनामों के चर्चे तो खूब हो रहे हैं लेकिन इस सबके बीच कुछ ऐसी घटनाएं भी सामने आती हैं जो खाकी के मानवीय पहलू से भी रूबरू कराती हैं।
बीती 10 अप्रैल की रात पुलिस थाना बड़गौंदा की पुलिस टीम गवली पलासिया क्षेत्र में गश्त कर रही थी। गश्त के दौरान खेड़ा मोहल्ला गवली पलासिया में एक खेत पर बने टीन शेड के गाय भैंस के बाड़े में आग लगने की सूचना मिली। गश्त कर रहे आरक्षक संदीप व आरक्षक मो. रियाज खान तुरंत वहां पहुंचे तो देखा कि बाड़े में रखे कंडों में आग लग गई थी। आग की लपटें वहां बंधीं गायों को झुलसा रही थीं। दोनों आरक्षकों ने अपनी जान जोखिम में डालकर साहस का परिचय देते हुए जलती आग में से एक गाय और बछडे को बाहर निकाला। दोनों मूक प्राणी थोड़े झुलस अवश्य गए थे लेकिन उनकी जान बचा ली गई। एक अन्य गाय इस आग में ज्यादा झुलस गई थी, उसे नहीं बचाया जा सका।
दोनों आरक्षकों की मूक प्राणियों के प्रति दिखाई गई संवेदनशीलता की ग्राम वासियों ने प्रशंसा की और उनका शुक्रिया अदा किया। दोनों आरक्षकों को पुरस्कृत करने मांग भी ग्रामीणों ने वरिष्ठ अधिकारियों से की है।