उमड़ीखेड़ा में बनेगा इको टूरिज्म पार्क, रालामंडल में शुरू होगी नाइट सफारी

  
Last Updated:  June 23, 2021 " 09:52 pm"

इंदौर : जल संसाधन मंत्री तुलसी राम सिलावट के आग्रह पर बुधवार को वल्लभ भवन में वन मंत्री विजय शाह और पर्यटन व संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने संयुक्त बैठक की। इस दौरान इंदौर में रालामंडल अभयारण्य के विकास के साथ उमरीखेड़ा में एडवेंचर पार्क ,ट्रेकिंग ट्रेक को लेकर चर्चा हुई।

उमरीखेड़ा में बनेगा इको टूरिज्म पार्क।

जल संसाधन मंत्री सिलावट ने कहा की उमरी खेड़ा में इको टूरिज्म पार्क बनाने के लिए कार्य योजना बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए तीनों मंत्री तुलसी सिलावट, विजय शाह, और उषा ठाकुर के साथ प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल भी 30 जून को इंदौर उमरीखेड़ा और रालामंडल क्षेत्र का भ्रमण करेंगे।
मंत्री सिलावट ने बताया की राला मंडल अभयारण्य में नियमानुसार सारी व्यवस्थाएं की जाएंगी। इसके लिए सीसीएफ और डीएफओ को विस्तृत कार्योजना बनाने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही रालामंडल अभ्यारण में तितली पार्क, और फूड जोन बनाने को भी कार्ययोजना में सम्मिलित करने के निर्देश बैठक में दिए गए है।

इंदौर में इको टूरिज्म की अपार संभावनाएं।

वन मंत्री विजय शाह ने कहा की इंदौर में इको टूरिज्म में अनेक संभावनाएं है इसके लिए वन विभाग भी काम कर रहा है। उमरीखेड़ा में इको टूरिज्म की संभावना को देखते हुए 30 जून को क्षेत्र का भ्रमण किया जाएगा और स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ वन्य जीव जंतुओं , लग्जरी टेंट में रुकने की व्यवस्थाएं और एडवेंचर पार्क के साथ पैदल और साइकिल ट्रेक को संभावनाओं के संबंध में भी विचार किया जाएगा। इसके लिए पीपी मोड में काम के लिए भी विचार किया जाएगा जिससे इंदौर व्यवसायिक राजधानी होने के साथ इको टूरिज्म क्षेत्र में भी पहचाना बना सके।

रालामंडल में शुरू होगी नाइट सफारी।

पर्यटन और संस्कृति मंत्री ने बैठक में कहा की रालामंडल अभयारण में नाइट सफारी से इंदौर के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ेगा , इसके साथ ही महू क्षेत्र में भी पर्यटन की असीम संभावना है इसके लिए भीं जल्दी ही क्षेत्र का भ्रमण कर कार्योजना बनाई जाएगी, उमरीखेड़ा के साथ सिमरोल क्षेत्र को भीं जोड़ने की विस्तृत कार्ययोजना बनाने से इंदौर में पर्यटन का बेहतर सर्किट बन जाएगा।

प्रमुख सचिव वन अशोक वर्णवाल ने कहा की जिला स्तर से प्रस्ताव आते ही रालामंडल में नाइट सफारी को अनुमति दे दी जाएगी। रालामंडल में छुटे हुए क्षेत्र में 15 फिट की जाली लगाई जाएगी ।रहवासी क्षेत्रों में जंगली जानवरों को आने से रोकने की भी व्यवस्था की जाएगी। 30 जून को रालामंडल और उमरीखेड़ा विकास के लिए कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।

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