पीआईईएमआर का वार्षिक अनुष्ठान है उर्जोत्सव।
राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होंगी तकनीकि प्रतियोगिताएं।
28 और 29 मार्च को होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम।
इंदौर : प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग,मैनेजमेंट एंड रिसर्च इंदौर के वार्षिक उर्जोत्सव 2025 में विभिन्न गतिविधियों का दौर जारी है। तकनीक, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों का अनूठा समन्वय इस महोत्सव में देखने को मिल रहा है। 05 मार्च को डेंगलर लॉन्च के साथ प्रारंभ हुए इस उर्जोत्सव में 07 से 12 मार्च तक इंटर हाउस स्पोर्ट्स फेस्ट के मुकाबले आयोजित किए गए। इसी के साथ तकनीकि गतिविधियों के तहत इंजीनियरिंग के छात्रों की तकनीकि दक्षता को उन्नत करने के लिए कार्यशालाएं आयोजित की गई। देश के प्रतिष्ठित तकनीकि संस्थानों के विशेषज्ञों ने छात्रों को तकनीक के व्यवहारिक पहलुओं से अवगत कराया। आनेवाले दिनों में तकनीकि प्रतियोगिताओं के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
ये जानकारी पीआईईएमआर के वरिष्ठ निदेशक डॉ. मनोजकुमार देशपांडे ने दी। प्रो. राजीव रघुवंशी, कीर्ति पटवर्धन, चारू वर्मा, विभा अत्रे और अन्य सहयोगी भी इस दौरान मौजूद रहे।
26, 27 मार्च को होंगी तकनीकि प्रतियोगिताएं।
डॉ. देशपांडे ने बताया कि तकनीकि गतिविधियों के तहत आगामी 26 और 27 मार्च को 10 तकनीकि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इनमें हैकाथॉन कोड ऊर्जा 1.0, मेकाथॉन रैपिड प्रोटोटाइपिंग प्रतियोगिता, तकनीकि क्विज, इंजीनियरिंग और अनुप्रयुक्त विज्ञान में उभरते रुझान – स्नातक/स्नातकोत्तर शोध और सर्किट डिजाइन चैलेंज जैसी प्रतियोगिताएं शामिल हैं। छात्रों की ज्ञानवृद्धि और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न संगोष्ठियां भी आयोजित की जा रही हैं जिनमें कृषि रोबोटिक्स और कंप्यूटर विजन पर बिट्स पिलानी के डॉ. राधारमण मिश्रा, बड़े कैंपस के लिए जल एवं अपशिष्ट प्रबंधन पर गोविंद पारचानी, छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए वित्त पोषण के अवसर पर आईआईटी इंदौर के अमनदीप श्रीवास्तव और भविष्य के लिए कौशल व प्रौद्योगिकी का नवाचार पर टाटा टेक्नोलॉजी के अनुपम भट्टाचार्य अपने विचार रखेंगे।
28, 29 मार्च को होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम।
डॉ. देशपांडे ने बताया कि सांस्कृतिक गतिविधियों की शुरुआत 22 मार्च को रैंप वॉक के साथ हो चुकी है। 28 और 29 मार्च को विभिन्न मनोरंजक कार्यक्रम होंगे इनमें इंटर कॉलेज सोलो सिंगिंग, इंट्रा और इंटर कॉलेज ग्रुप डांस और डांस ड्रामा शामिल है। बैंड परफॉर्मेंस व मेगा डांस इवेंट खास आकर्षण का केंद्र होंगे। इस मौके पर शैक्षणिक और खेल प्रतिस्पर्धाओं में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
प्रोजेक्ट प्रदर्शनी का आगाज।
डॉ. देशपांडे ने बताया कि उर्जोत्सव के तहत प्रोजेक्ट प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसमें छात्र – छात्राओं ने अपने तकनीकि कौशल का परिचय देते हुए कई प्रोजेक्ट प्रदर्शित किए हैं।
पीआईईएमआर को ऑटोनोमस दर्जा मिला।
डॉ. देशपांडे ने बताया कि पीआईईएमआर को यूजीसी से ऑटोनोमस दर्जा मिल गया है। आरजीपीवी से संबद्ध पीआईईएमआर को इससे छात्रों में तकनीकि नवाचार और कौशल उन्नयन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।