एमडी ड्रग्स मामले में तीन और आरोपी गिरफ्तार, दो आरोपी गुलशन कुमार हत्याकांड व मुम्बई बम ब्लास्ट में भी रहे हैं लिप्त..!

  
Last Updated:  January 24, 2021 " 05:50 pm"

इंदौर : मध्यप्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी और विभिन्न प्रकार के मनोत्तेजक ड्रग्स सप्लाय करने वाले तस्करों व ड्रग्स पैडलरों के खिलाफ अभियान ’’प्रहार’’ चलाया जा रहा है। इसके तहत पिछले दिनों पकड़ी गई 70 करोड़ की 70 किलो एमडी ड्रग्स के मामले में गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में 3 और आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने बन्दी बनाया है। इनमें गुलशन कुमार हत्याकांड और 1993 में मुम्बई के सीरियल बम ब्लास्ट में लिप्त रहे दो आरोपी भी शामिल हैं। अब तक कुल 16 आरोपी इस मामले में पकड़े जा चुके हैं।

ये है पूरा मामला।

05 जनवरी 2021 को क्राइम ब्रांच इंदौर की टीम ने हैदराबाद तेलंगाना व इंदौर म0प्र0 से कुल 05 ड्रग्स तस्करों को पकड़ा था। जिनसे 70 करोड़ रूपए कीमत की 70 किलो एमडी ड्रग्स बरामद हुई थी। 13 लाख नगदी सहित 02 चार पहिया वाहन भी आरोपियों के कब्जे से बरामद किए गए थे। पकड़े गए आरोपियों के विरूद्ध थाना क्राइम ब्रांच में अपराध क्रमांक 01/21 धारा 08/22, 8/25, 8/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा विवेचनाधीन है।
पुलिस रिमाण्ड के दौरान आरोपियों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर अन्य 05 आरोपियों को 17.01.2021 को गिरफ्तार किया गया था। प्रकरण में आगे 23.01.2021 को तीन लोगों की गिरफ्तारी बाद रविवार 24/01/2021 को क्राइम ब्रांच इंदौर की टीम ने 03 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए आरोपियों में वसीम उर्फ बाबूजी उर्फ असलम खान पिता बाबू खान उम्र 50 वर्ष , बांद्रा भैरव बाड़ा मुंबई, हाल निवासी साईनाथ नगर घरौंदा अपार्टमेंट फ्लैट नंबर, 4 नासिक का रहनेवाला है।
आरोपी वसीम वर्ष 1996 में हत्या के अपराध में थाना नागपाडा आर्थर रोड जेल में 3 महीने तक निरुद्ध रहा था उसके बाद जमानत पर बाहर आया था। वर्ष 1997 में गुलशन कुमार हत्याकांड में अबू सलेम के साथियों के साथ उसका नाम प्रकरण में जुड़ा जिसमें वह डेढ़ साल तक कुर्ला, सायन, धारावी, में फरारी काटता रहा। 1998 में गिरफ्तार होने के 3 साल बाद आर्थर रोड जेल में निरुद्ध रहा। वर्ष 2001 में छूटने के बाद आरोपी नासिक आ गया था। चार-पांच साल पहले वह अपने दोस्त अयूब के साथ रइस खान से मिला, जो ड्रग्स का डीलर था। उसने कुछ पैसों की व्यवस्था के लिए कहा तो ड्रग्स की सप्लाई का रइस खान ने उसे प्रलोभन दिया और एम डी ड्रग्स की तस्करी तथा बिक्री के बदले में मोटी रकम देने का लालच दिया। इसके बाद आरोपी वसीम बार-बार रइस से ड्रग्स खरीदने लगा। इसके अलावा उसके परिचित अन्य आरोपियों (जिसके नाम उसने पूछताछ के दौरान बताए हैं।) से भी ड्रग्स लेकर मार्केट में खपाने लगा।

पकड़ा गया दूसरा आरोपी अयूब पिता इब्राहिम कुरैशी उम्र 55 वर्ष,नौपाड़ा घास बाजार गेट नंबर 18 पीपुल्स वेलफेयर सोसाइटी रूम नंबर 429 बांद्रा ईस्ट मुंबई का निवासी है। उसने बताया कि वह पूर्व में मटन का व्यापार बांद्रा मुंबई में करता था। उसके पास मटन खरीदने के लिए नशे के कई सौदागर आते थे।उनके संपर्क में आकर नशे का कारोबार करने लगा। आरोपी अयूब वर्ष 1993 में मुंबई में हुए सीरियल बम ब्लास्ट के मामले में भी आरोपी रहा है। वह टाइगर मेमन और प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपियों से संपर्क में था।इसके कब्जे से गिरफ्तारी के समय मुंबई पुलिस ने विस्फोटक पदार्थ एवं फायर आर्म्स मय कारतूस के जब्त किए थे। आरोपी अयूब उक्त मामले में 32 महीने तक मुम्बई की आर्थर रोड जेल में बंद रहा था। जमानत पर बाहर आने के बाद उसने फिर से धंधा शुरू किया। मुंबई कोर्ट से निर्णय आने के बाद आरोपी अयूब को पुनः गिरफ्तार कर औरंगाबाद जेल भेजा गया। वर्ष 2008 में सजा काटने के बाद उसे जेल से रिहा किया गया।
आरोपी अयूब का संबंध अशफाक उर्फ एसी राज से था जो पूर्व में ड्रग्स तस्करी के मामले में क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है ।आरोपी अशफाक की निशानदेही पर अयूब के नाम का खुलासा होने पर उसको बांद्रा मुंबई से क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने बताया कि वह इंदौर जिले की बाहरी सीमा में कई बार आरोपी दिनेश अग्रवाल और उसके साथियों से ड्रग्स लेने आया। वह ड्रग्स खरीद कर बाजार में खपाने लगा था।
ड्रग्स तस्करी में पकड़े गए तीसरे आरोपी का नाम गौरव उर्फ मोंटू पुरी पिता विनोद पुरी उम्र 36 वर्ष निवासी प्रिंस यशवंत रोड पंढरीनाथ थाने के पीछे इंदौर है। आरोपी ने बताया कि वह आरोपी रइस और दिनेश अग्रवाल सहित आरोपी अशफाक उर्फ एसी राज के संपर्क में था। जिनके माध्यम से ड्रग्स खरीद कर स्वयं नशा करता था और बाजार में बेचता था आरोपी ने बताया कि वह पूर्व में डकैती की योजना के मामले में जेल जा चुका है। आरोपी पर पंढरीनाथ, सराफा, एमजी रोड, जूनी इंदौर, अन्नपूर्णा, द्वारकापुरी, आदि थानों में कई मामले दर्ज हैं। मोंटू पूरी आरोपी रइस से भी ड्रग्स खरीद कर बाजार में बेचता था। अधिक ड्रग्स की आवश्यकता होने पर ऐसी राज उर्फ अशफाक के माध्यम से दिनेश अग्रवाल से संपर्क कर ड्रग्स खरीदता था तथा बाजार में अन्य साथियों को बेचता था।
तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर आगे पूछताछ की जा रही है।

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