सानंद मराठी नाट्य स्पर्धा में कठिन विषय को मंचित करने का सफल प्रयास किया निर्देशक मुकुंद तेलंग ने।
इंदौर : खंडवा रोड स्थित यूसीसी ऑडिटोरियम में आयोजित सानंद मराठी नाट्य स्पर्धा में गुरुवार को संस्था प्रयास ने ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित मराठी नाटक ययाति का सफल मंचन किया। इसे वरिष्ठ रंगकर्मी मुकुंद तेलंग ने निर्देशित किया। मूल नाटक गिरीश कर्नाड ने लिखा है। इसे मराठी साहित्यकार एसआर. भिड़े ने नाट्य रूपांतरित किया है। ययाति को मंचित करना बेहद जटिल काम है। इस चुनौती को सफल कर दिखाया निर्देशक और कलाकार मुकुंद तेलंग ने। नाटक मनुष्य की कमजोरियों और उसमें निहित शक्तियों पर आधारित है। नाटक संदेश देता है कि भूल का एहसास जब हो जाए तभी मनुष्य को अपनी गलती मान कर उसे सुधारने की कोशिश करनी चाहिए। इस कहानी के आधार पर मराठी में एक महान उपन्यास भी लिखा गया है जिसका शीर्षक ययाति ही है। इस उपन्यास को मराठी साहित्य के पहले ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता विष्णु सखाराम खांडेकर ने लिखा है।
इस नाट्य प्रयोग में मुकुंद तेलंग और रेणुका पिंगळे ने अपनी भूमिकाएं सशक्त ढंग से निभाई। अन्य कलाकारों ने भी अपने पात्रों के साथ न्याय किया। नेपथ्य, प्रकाश योजना और संगीत मुकुंद तेलंग, स्वप्निल मुकादम और पायोधी अग्रवाल का था।