इंदौर : शहर में लॉक डाउन के बाद अनलॉक की प्रक्रिया 1 जून से शुरू हो गई है। कंटेन्मेंट क्षेत्रों को छोड़कर अन्य इलाकों में आर्थिक, व्यापारिक गतिविधियों के संचालन की अनुमति दी गई है। हालांकि जिले में ऐसे किसी भी व्यापार अथवा संगठन को कार्य संचालन की अनुमति नहीं दी गई जिनके कारण कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।शेष गतिविधियों को किस तरह खोला जाए इसी को लेकर मंगलवार को जिलास्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आहूत की गई। बैठक में
अनलॉक से संबंधित मुद्दों पर जनप्रतिनिधियों ने अपने सुझाव पेश किए।
धर्मस्थल खोलने को लेकर धर्मगुरुओं से की जाएगी चर्चा।
बैठक में मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा एवं चर्च आदि श्रद्धालुओं के लिए खोलने पर चर्चा की गई। बताया गया कि आस्था के इन केंद्रो के बारे में धर्म गुरुओं, मंदिर संचालकों, ट्रस्टियों आदि से विचार विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा।
ऑटो के संचालन और हेयर कटिंग की अनुमति पर सहमति।
बैठक में ऑटो चालकों और सैलून को लेकर भी चर्चा की गई। सभी जनप्रतिनिधियों का कहना था कि ऑटो चालकों को सवारी हेतु अनुमति प्रदान की जाए। इसी प्रकार सेलून में केवल हेयर कटिंग का कार्य करने हेतु अनुमति देने पर सहमति दी गई। हालांकि शेविंग, मसाज आदि की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इसी प्रकार घर में खाना बनाना, झाड़ू पोछा, बर्तन आदि काम करने वाली महिलाओं हेतु विभिन्न रहवासी सोसाइटी के अध्यक्ष से भी चर्चा की जाएगी।
अन्य गतिविधियों का संचालन भी बुकिंग व होम डिलीवरी के जरिये होगा..?
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि शहर में पहले से ही विभिन्न व्यवसायिक संस्थानों को व्यापार हेतु अनुमति दी गई है। आगे भी फोन के माध्यम से आर्डर लेने तथा होम डिलीवरी करने की अनुमति दी जाएगी। समस्त अनुमति प्राप्त संस्थानों, संगठनों को सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना, सैनिटाइजर का उपयोग एवं हाथ धोने से संबंधित सावधानियों के द्वारा ही कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है।
उन्होंने बताया कि अगले 10 से 15 दिनों में इंदौर की स्थिति का बेहतर आंकलन किया जा सकेगा। क्योंकि अनलॉक के बाद लोगों ने घर से बाहर निकालना एवं अपने व्यापार, धंधे को शुरू कर दिया है। अतः 10 से 15 दिनों के बाद शहर में कोरोना संक्रमण की स्थिति से संबंधित नए आंकड़े सामने आएंगे जिनके आधार पर संक्रमण की स्थिति का सही आंकलन किया जा सकेगा।
बैठक में शहर के प्रतिनिधि सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेन्द्र हार्डिया, रमेश मंदोला, उषा ठाकुर, आकाश विजयवर्गीय आदि उपस्थित थे।