कांग्रेस और कमलनाथ की सोच महिला विरोधी- शिवराज

  
Last Updated:  October 21, 2020 " 12:11 pm"

इंदौर : सांवेर विधानसभा उपचुनाव के भाजपा प्रत्याशी तुलसीमराम सिलावट के समर्थन में ग्राम पालकांकरिया में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जनसभा को संबोधित किया।
इस अवसर पर सांसद शंकर लालवानी, मंत्री उषा ठाकुर, तुलसीराम सिलावट, जिला अध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, सांवेर विधानसभा उपचुनाव प्रभारी रमेश मेंदोला, विधायक महेन्द्र हार्डिया, मालिनी गौड़, आकाश विजयवर्गीय, मधु वर्मा, सावन सोनकर, इकबालसिंह गांधी, मनोज पटेल, गोविन्द मालू, उमेश शर्मा, उमानारायण पटेल, प्रेमनारायण पटेल, राजपालसिंह सिसोदिया, सुभाष चौधरी, दिलीप चौधरी, उमरावसिंह मौर्य, कंचनसिंह चौहान, रंजनसिंह चौहान उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस समय नवरात्रि चल रही है। हम सब मां की साधना-उपासना कर रहे हैं, लेकिन कमलनाथ प्रदेश की एक सम्मानीय महिला जो उनकी कैबिनेट में भी मंत्री रही थीं और अब भाजपा सरकार में मंत्री है उनका अपमान कर रहे हैं। कमलनाथ को यह अधिकार नहीं है कि वे प्रदेश की माताओं-बहनों और बेटियों को अपशब्द कहें, उनका अपमान करें। उन्होंने कहा कि मैंने एवं हमारी पार्टी के नेताओं ने मौन व्रत रखा, ताकि कमलनाथ और कांग्रेस को सद्बुद्धि आ जाए, लेकिन उन्हें इसका कोई अफसोस नहीं है। कमलनाथ की तो सोच ही महिला विरोधी है, इसीलिए तो उन्होंने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 51 हजार की राशि तो कर दी लेकिन एक भी बेटी को यह राशि नहीं दी। बेटियों की पढ़ाई के लिए चलाई जा रही भाजपा सरकार की योजना को भी बंद कर दिया था। कमलनाथ उनकी ही कैबिनेट में मंत्री रहीं इमरती देवी का नाम याद नहीं रख पा रहे हैं। वे उनको अपशब्द कहकर संबोधित कर रहे हैं और उसका भी उनको कोई अफसोस नहीं है। कमलनाथ को नेता ही नहीं नेता प्रतिपक्ष रहने का भी अधिकार नहीं है। कांग्रेस की तो विचारधारा ही महिला विरोध है। शिवराज ने कहा कि कमलनाथ तो सेठ हैं, लेकिन हम तो नालायक ही अच्छे हैं, नंगे-भूखे ही अच्छे हैं। हम प्रदेश की जनता को सस्ती दर पर अनाज उपलब्ध करा रहे हैं, लेकिन उन्होंने तो 15 माह में गरीबों से उनका हक ही छीन लिया। हम प्रदेश का विकास कर रहे हैं, लेकि उन्होंने सिर्फ खुद का विकास किया है। प्रदेश की जनता से उनको कोई लेना-देना नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं तो जैत गांव के एक कच्चे मकान में पैदा हुआ हूं, लेकिन वे कहां से आए कानपुर से या कलकत्ता से, जनता को बताएं। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कभी गांव नहीं देखे, गरीब, किसानों की पीडा नहीं देखी वे क्या उनके बारे में सोचेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2018 में हमारी कुछ सीटें कम आईं, लेकिन हमने जोड़-जुगाड़ पर भरोसा नहीं किया और कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए फ्री कर दिया। कांग्रेस ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री बना दिया, लेकिन उनके पापों का घड़ा सवा साल में ही भर गया और इस घडे़ को ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मिलकर साथी विधायकों ने फोड़ दिया। अब कमलनाथ विचलित हैं कि ये गरीब किसान का बेटा चौथी बार भी मुख्यमंत्री बन गया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ कहते हैं कि शिवराज सिंह तो नारियल लेकर चलता है। अब विकास के लिए नारियल फोड़ते हैं तो यह भी कांग्रेसियों को रास नहीं आ रहा है। उनकी तो किस्मत ही फूटी हुई थी, वे नारियल क्या फोड़ते? उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार 15 माह नहीं रही तो किसानों के खातों में पैसा आना ही बंद हो गया था, लेकिन अब फिर से किसानों के खातों में पैसा आता रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेरी नजर जब झुकती है और हाथ जब आगे बढ़ते हैं तो वह हमारी माताओं-बहनों के चरण छूने के लिए आगे बढ़ते हैं। हम माता की पूजा करते हैं और बहनों को सम्मान देते हैं, उनको सम्मान की नजर से देखते हैं, लेकिन ये कमलनाथ उनको अपशब्द बोलकर उनका अपमान करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या राजनीति के कीचड़ में उनकी मर्यादाओं एवं सम्मान को फेंक दिया जाएगा? क्या इमरती देवी कांग्रेस के साथ नहीं है, इसलिए उनको अपमानित किया जाएगा? महिलाओं का अपमान किसी भी कीमत पर नहीं सहेंगे। उन्होंने कहा कि रावण ने भी माता सीता का अपमान किया था तो उसका हश्र क्या हुआ सबको पता है। महाभारत में दुशासन और दुर्योधन ने द्रोपदी का अपमान किया था तो कौरवों के वंश का ही नाश हो गया था।
सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ ने कर्जमाफी के नाम पर बंगाली जादू करके भोली भाली जनता को मरी हुई चुहिया पकड़ा दी और उसे लिये-लिये घुम रहे हैं। हमने बच्चों की उच्च शिक्षा के लिये लेपटाप दिए।कमलनाथ ने वह भी उनसे छिन लिये, संबल योजना में गरीब महिला की गोद भराई में 4 हजार रूपये, पोष्टिक आहार के लिये तथा डिलेवरी के समय 12 हजार रूपये लडडू के लिये कुल 16 हजार रूपये दिये जाते थे, कमलनाथ ने गरीब महिलाओं के लड्डू भी छिन लिये। कन्यादान योजना के नाम पर 51 हजार दूंगा बोलकर गरीब कन्याओं को आज तक एक रूपया नहीं दिया। मैं नंगा-भुखा यह भी दूंगा। अगर दुर्घटना में किसी गरीब बहन के पति की मृत्यु होने पर उसे 4 लाख रूपये दिये जाते थे, सामान्य मृत्यु पर 2 लाख रूपये दिये जाते थे, गरीब की मृत्यु पर अंतिम संस्कार के 5 हजार रूपये दिये जाते थे, कमलनाथ आपकी कफन चोर सरकार ने यह सभी बंद कर दिये थे, लेकिन मैं नंगा-भुखा यह भी पुनः शुरू कर दूंगा। प्रदेश के जिन गरीब परिवारों की राशन पर्ची में नाम जुड़ना रह गया है उन्हें जोड़ दूंगा और जिन किसानों का नाम फसल बीमा योजना में छूट गया है उनका नाम भी जुड़वा दूंगा। फसल बीमा योजना की राशि रह गई है वह भी मैं दिलवा दूंगा, युरिया की कोई कमी नहीं आने दूंगा, बिजली बिल जो बड़े हुए आये है वह भी मेरे लिये बाये हाथ का खेल है मैं उन्हें भी खत्म करवा दूंगा।
कमलनाथ ने हमेशा से पैसे का रोना रोया, मैं कहता हूं कि मेरे पास कोई कमी नहीं है जो मुख्यमंत्री रोज पैसे की कमी के लिये रोये तो वह काहे का मुख्यमंत्री पैसा नहीं है तो उसकी व्यवस्था कैसे करना है वह व्यवस्था जुटाले वही तो नेता है, जहां चाह होती है वहां राह होती है और आपके कोई भी काम बाकी रह गये हो तो योजना बनाकर तुलसीरामजी को सौंप देना वह भी समय रहते पूरे करवा लिये जायेंगें। केन्द्र सरकार किसान सम्मान निधि के 6 हजार रूपये हर किसान को दे रही है, तब मेरा दिल नहीं माना मैंने भी किसानों के लिये 4 हजार रूपये किसान सम्मान निधि के दे दिये है। अभी किसान सम्मान निधि के 1 लाख किसान ओर जुडेंगे। कमलनाथजी आपने कभी किसी को धेला तक नहीं दिया और कांग्रेसी मुझे क्या-क्या कह रहे हैं, जनता उसका जवाब 3 नवम्बर को दे देगी, आज तो मुझे मदारी भी कह दिया है, लेकिन मैं अपनी अंतिम सांस तक प्रदेशवासियों की सेवा करता रहूंगा क्योंकि मैं चार बार प्रदेश का मुख्यमंत्री बन चुका हूं मैंने दिल में कोई लालसा नहीं है मैं तो अब प्रदेशवासियों का विकास कर दूं यहीं आशा है।
सांवेर का प्रत्येक मतदाता अपनी दोनों हाथों की मुट्ठी बंद करके हाथ खड़े करके यह संकल्प करेंगे कि आने वाली 3 नवम्बर को कमल का बटन दबाकर भाई तुलसीराम सिलावट को जीताकर मामा को परमानेंट मुख्यमंत्री बनायेंगे और मोदीजी के हाथों को मजबूत करेंगे।
जिला अध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर ने कहा कि मातृशक्ति का अपमान कांग्रेस नेताओं की परंपरा में शामिल है। कमलनाथ ने मातृशक्ति को आयटम कहा जबकि दिग्विजयसिंह ने टंच माल। अजयसिंह कहते हैं महिलाएं जलेबी हैं। जबकि जीतू पटवारी का कहना है चुनाव के समय महिलाएं पैसे लेकर पोलके में रख लेती हैं। कांग्रेसियों द्वारा महिलाओं के अपमान की बड़ी श्रृंखला हैं। अब इनकी सीधी प्रतिस्पर्धा रावण, दुर्योधन व दुष्षासन से हैं। इनके कृत्यों की सजा जनता जनार्दन जरूर देगी।
भाजपा प्रत्याशी तुलसीराम सिलावट ने कहा कि सांवेर में नर्मदा के पानी से सिंचाई हो रही है। सीएम शिवराज के सहयोग से पाल कांकरिया में जो बिजली की समस्यां है उसे समाप्त करवाना है, बिजली के बाद सड़क भी मामा बनवा देंगे। शिवराजजी ने फसल का उचित दाम देकर 1 करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन गेहूं की रिकार्ड खरीदी की और देश में प्रदेश का नाम प्रथम स्थान पर दर्ज करवाया।

सबसे बड़े गद्दार कमलनाथ हैं।

तुलसी सिलावट ने म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे दो बार वादा करके भूल गए। मैंने और सिंधियाजी ने कई बार उनसे कहा कि प्रदेशवासियों से चुनाव के समय जो वादे किये थे उन्हें पूरा कीजिए।तब कमलनाथजी ने कहा था कि हमारे पास पैसे नहीं है हम अभी कुछ नहीं कर सकते हमने फिर उन्हें याद दिलाया कि ऐसे नहीं चलेगा काम तो करना पड़ेगा, नहीं करोगे तो हम काम कराने के लिये सड़क पर उतरेंगे,तब कमलनाथजी ने कहा था, उतरना है तो उतर जाइए। फिर हमने साथियों के साथ मिलकर प्रदेश की धोखे और कपट से बनी भ्रष्टाचारी कमलनाथ सरकार को ही सड़क पर ला दिया।
सिलावट ने कहा कि आपका यह बेटा आपका अपना है। सामने वे गददार हैं, जिन्होंने प्रदेश की जनता से गददारी की है। यह चुनाव शिवराजजी, ज्योतिरादित्यजी, कैलाशजी, नरेन्द्रजी तोमर का चुनाव है। सांवेर के भविष्य का चुनाव है। इसलिये संकल्प लेता हूं कि हर दुख-दुख संकट में कभी पीछे नहीं हटूंगा।
मैं संकल्प लेता हूं कि सांवेर के विकास में कोई कमी नहीं रहने दूंगा। हम सांवेर को आत्मनिर्भर बनाएंगे लेकिन इसके लिए सरकार का रहना जरूरी है। सांवेर के प्रत्येक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सांवेर के विकास और समृद्धि के लिये भारतीय जनता पार्टी को विजयी बनाये। इसलिए 3 नवंबर तक प्रत्येक कार्यकर्ता अपना समय पार्टी को दें और यह सुनिश्चित करें कि पार्टी को ऐतिहासिक मतों से विजय मिले।
आमसभा को मनोज पटेल, सुभाष चौधरी, प्रेमनारायण पटेल, भगवान परमार, राजपालसिंह सिसोदिया, पूरण शर्मा और अंतर दयाल ने भी संबोधित किया।
आमसभा में ओम कुशवाह, ओम मंडलोई, भगवानसिंह परमार, हुकुमचन्द्र सांखला, महेश भदौरिया, अंतर दयाल, जितेन्द्र आंजना, सुमेरसिंह सोलंकी, गोविन्द चोहान, सुधीर भजनी, प्रकाश कारीगर, मुकेश चौहान, सत्यनारायण डांगर, सोनू देसाई, प्रेम आंजना, जीवनसिंह गेहलोद, राधेश्याम रतनखेडी, पूरण शर्मा, जस्सी नेता सरपंच, नगजीराम पटेल, सुंदरसिंह, जगदीशजी, मधुसिंह, अजबसिंह, रूपनारायणजी, सोहनजी, सतीश मालवीय, महेश भदौरिया, मेहरवानसिंह पंवार, जसवन्तसिंह नेता, जयसिंह चौहान, शैलु छाजेड़, रूपनारायण कुमावत, सुभाष पंवार, अजबसिंह पटेल, जीवनसिंह सोलंकी, महेश भगत सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता व आमजन उपस्थित थे।

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