भोपाल: मप्र में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस ने आवश्यक बहुमत जुटा लिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस को समर्थन का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा 4 निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा भी पीसीसी चीफ कमलनाथ ने किया है। इस दावे पर यकीन करें तो कांग्रेस के 114, बीएसपी के 2 , सपा का एक और 4 निर्दलीय विधायकों के साथ कुल संख्या 121 हो गई है जो बहुमत के आंकड़े से 5 ज्यादा है। इसके चलते अब कांग्रेस को मप्र में सरकार बनाने में कोई परेशानी नहीं आएगी।
बहुमत तो कांग्रेस ने जुटा लिया है पर बड़ा सवाल यही है कि सीएम कौन बनेगा। मतदान के बाद से ही कमलनाथ ने खुले तौर पर कहना शुरू कर दिया था कि कांग्रेस को बहुमत मिलने पर सीएम वे ही बनेंगे। दिग्विजय सिंह का झुकाव भी कमलनाथ की ओर है।
उधर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अभी तक अपना मुंह नहीं खोला है पर हर व्यक्ति ये जानता है कि चुनावी रण में शिवराज के खिलाफ दमदारी के साथ कांग्रेस के लिए माहौल बनाने में सिंधिया ही जुटे थे। जितनी मेहनत बीजेपी के लिए शिवराज ने की उससे कहीं ज्यादा सिंधिया ने कांग्रेस के लिए की। पूरा चुनाव शिवराज बनाम महाराज पर ही केंद्रित रहा। ऐसे में सिंधिया का सीएम पद पर दावा कमलनाथ से ज्यादा मजबूत नजर आता है। नव निर्वाचित विधायकों की राय ली जाए तो सिंधिया ही भारी पड़ सकते हैं।
इस सबके बावजूद कांग्रेस में वही होता है जो राहुल या सोनिया गांधी चाहते हैं। विधायक दल की बैठक में वरिष्ठ नेता एके अंटोनी को पर्यवेक्षक के रूप में भेजकर पार्टी के लोकतांत्रिक होने का दिखावा जरूर किया गया लेकिन अंतिम फैसला राहुल गांधी का ही होगा। ऐसे में कमलनाथ के सीएम के बतौर शपथ लेने की पूरी संभावना है।
कांग्रेस ने जुटाया बहुमत, बड़ा सवाल कौन होगा सीएम..?
Last Updated: December 12, 2018 " 12:24 pm"
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