कानून का क्षेत्र आम आदमी को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी से भरा है : जस्टिस माहेश्वरी

  
Last Updated:  August 5, 2023 " 08:03 pm"

छात्र अपनी शिक्षा को पाठ्यपुस्तकों तक सीमित न रखें : डॉ. डेविश जैन।

प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट के डिपार्टमेंट ऑफ लॉ में नव प्रवेशित छात्रों के इनवोकेशन समारोह का आयोजन।

इंदौर : वकालत का प्रोफेशन काफी शानदार है, लेकिन काफी जिम्मेदारी भरा भी है । जब भी कोई लॉ के क्षेत्र को करियर के रूप में चुनता है तो उसे एक बात ध्यान रखनी चाहिए की यह फील्ड केवल अपने सपनों को पूरा करने का जरिया नहीं है , बल्कि इसमें समाज के लिए आपकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। आमजन को न्याय दिलाने का काम आपके जिम्मे होता है,ऐसे में आपकी भूमिका केवल अपने लिए सोचने से बढ़कर वृहद हो जाती है। यह बात सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस दिनेश कुमार माहेश्वरी ने प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट के डिपार्टमेंट ऑफ लॉ में आयोजित इनवोकेशन समारोह में विधि के नव प्रवेषित छात्रों को सम्बोधित करते हुए कही।

किसी केस को डील करते समय सही जानकारी होना आवश्यक।

कानून के क्षेत्र में निरंतर अनुसंधान की आवश्यकता पर बल देते हुए जस्टिस माहेश्वरी ने लॉ के छात्रों से कहा कि आप जब किसी केस को डील करते हैं तो आपके पास न केवल उस केस से जुड़े सभी प्रकरणों बल्कि दूसरे विषयों की भी तमाम जानकारी होनी चाहिए और यह जानकारी सही होनी चाहिए I उन्होंने कहा कि आज के दौर में सबसे बड़ी चुनौती जानकारी के ढेर से सही जानकारी निकालना है। सही तरीका यह है कि आप जितनी बेहतर जानकारी इकट्ठा कर सकते हैं, करें और उसे अपने प्रशिक्षकों के साथ साझा कर उस जानकारी को समझने का प्रयास करें। बाद में उसमें अपने विचार डालें।

सपनों को साकार करने के लिए छात्र लक्ष्य तय करें: जस्टिस वर्मा

संकल्प शक्ति एवं उत्साह पर जोर देते हुए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस राजेंद्र कुमार वर्मा ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे अपने सपनों को साकार करने के लिए लक्ष्य तय करें। बाद में उसे पाने का प्रयास करें।

छात्र अपनी शिक्षा को पाठ्य पुस्तकों तक सीमित ना रखें : डेविश जैन।

समारोह को संबोधित करते हुए प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के चांसलर तथा प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. डेविश जैन ने छात्रों से कहा कि वो एक ऐसे क्षेत्र में कदम रखने जा रहे हैं जिसमें समाज को आकार देने, कायम रखने तथा समाज में एक स्थायी प्रभाव डालने की शक्ति है। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे अपनी शिक्षा को मात्र पाठ्य पुस्तकों तक सीमित ना रखें बल्कि एक सफल लीगल प्रोफेशनल बनने के लिए मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं, इंटर्नशिप में भाग लेकर व्यावहारिक कार्यों में संलग्न रहें।

पीआईएमआर डिपार्टमेंट ऑफ़ लॉ में हैप्पीनेस सेंटर खोला जाएगा : डॉ चौधरी।

इससे पूर्व पीआईएमआर डिपार्टमेंट ऑफ़ लॉ के डायरेक्टर डॉ. राजा रॉय चौधरी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि उनका संस्थान अल्प समय में ही अपने सुयोग्य फैकल्टीज एवं पाठ्यक्रमों के माध्यम से मध्य प्रदेश के प्रतिष्ठित लॉ शिक्षण संस्थानों में ख्याति अर्जित कर चुका है। उन्होंने कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ़ लॉ द्वारा शीघ्र ही हैप्पीनेस सेंटर खोला जाएगा जिसके माध्यम से तनावग्रस्त छात्रों को अनुभवी फैकल्टीज एवं एक्सपर्ट्स द्वारा काउन्सलिंग दी जाएगी जिससे कि वो अपने निजी एवं शैक्षणिक तनावों से उबर सकें।

इस अवसर पर पीआईएमआर पीजी के सीनियर डायरेक्टर डॉ. देबाशीष मलिक, पीआईएमआर यूजी के डायरेक्टर डॉ. एस रमन अय्यर, प्राचार्य डॉ. सुनीता आर्या सहित समस्त फैकल्टी मेम्बर,स्टाफ आदि उपस्थित थे।

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