प्रभु पधारे धरा पर भक्तों के साथ दीपावली मनाने।
भक्तों ने दीपदान कर लिया पुण्यलाभ।
इंदौर : कार्तिक पूर्णिमा का पावन पर्व, चाँद की रोशनी ओर दीपों से जगमगाता छत्रीबाग स्थित श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान। दीपों की ज्योति में सजे- धजे प्रभु वेंकटेश के मनोहारी दर्शन,वेदों और मंत्रो का उच्चारण,भक्तो द्वारा गोविंदा गोविंदा का जयघोष,पटाखों की गूंज के बीच ऐसा लग रहा था मानो प्रभु स्वयं भक्तों के साथ देव दीपावली मनाने पधारे हैं।
सभी भक्तों के जीवन को उल्लास से रोशन करने का अदभुत स्थल बन गया था पावन सिद्ध धाम श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान।
कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर 27 नवम्बर सोमवार को देवस्थान में दीपोत्सव मनाया गया। गोपुरम द्वार से लेकर मंदिर का हर कोना दीपों से रोशन किया गया था। अनगिनत दीपों की रोशनी से समूचा मंदिर परिसर दमक रहा था। चारों ओर इत्र की मधुर खुशबू विद्यमान थी।हर भक्त दीपों का दान ठाकुरजी समक्ष कर रहा था।
प्रचार प्रमुख पंकज तोतला ने बताया कि इस दौरान भजनों की मधुर प्रस्तुति दी गयी। देवस्थान में दीपों से ही भव्य रंगोली भी सजाई गई थी।वेंकटेश स्तोत्र,आलवन्दार,वेंकटेश प्रपत्ति, गुरु परंपरा, श्री सूक्त,पुरुष सूक्त सहित अनेक पाठों का समवेत गान इस अवसर पर किया गया।
वेंकटरमण गोविन्दा श्रीनिवासा गोविन्दा की नाम जप परिक्रमा भक्तों द्वारा की गई । गोविन्दा गोविन्दा के जयघोष के साथ सायंकाल 6 बजे महाआरती के साथ मंदिर के पट खुले।
श्रीमदजगदगुरु रामानुजचार्य नागोरिया पीठाधिपति स्वामीश्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज ने सभी भक्तों को दीपोत्सव की बधाई और आशीर्वाद दिया।
आरती के बाद प्रभु की सहस्त्र नामों से अर्चना की गई।सभी भक्तों ने परिक्रमा कर गोविंदा गोविंदा का जयघोष किया। बाद में जोरदार आतिशबाजी करते हुए उल्लसित भाव से भक्तों ने भगवान के साथ दीपावली
मनाई।
हर्ष पसारी, पदमेश मुंदड़ा,पार्थ माहेश्वरी,भावेश ललवानी, अनंत सिंगी,कृष्णा सोमनी ने देवस्थान की विशेष सज्जा में अहम योगदान दिया। बड़ी संख्या में भक्तगणों ने प्रभु वेंकटेश के दिव्य दर्शन करने के साथ दीपदान का पुण्य लाभ लिया।