कान्ह – सरस्वती नदी के पुनर्जीवन की कामना के साथ घाट पर रोशन किए दीप।
दोनों नदियों का पुरातन वैभव लौटाने के लिए सतत प्रयास करने का दोहराया संकल्प।
इंदौर : कान्ह-सरस्वती नदी के पुनर्जीवन के संकल्प के साथ सामाजिक संस्था अभ्यास मंडल ने शुक्रवार शाम कृष्णपुरा छत्री के घाट पर दीप महोत्सव 2024 का आयोजन किया गया। इस दौरान घाट की सफाई कर दीप रोशन किए गए वहीं नदी में दीपदान भी किया गया।
अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता और सचिव मालासिंह ठाकुर ने बताया कि
कान्ह – सरस्वती नदी के पुनर्जीवन और सफ़ाई हेतु बरसों से प्रयासरत है। जग जागरण के लिए श्रमदान के साथ जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों से चर्चा कर उन्हें इन नदियों का पुराना वैभव लौटाने का आग्रह करने और आम लोगों में जागरूकता लाने के लिए अभ्यास मंडल ने सतत काम किया है। हैरत की बात है की करोड़ रुपए खर्च होने के बाद भी कान्ह – सरस्वती की दशा सुधारने में कोई सफलता नहीं मिल पाई है। इसी के चलते अभ्यास मंडल अपना अभियान जारी रखते हुए महापौर इंदौर, संभाग आयुक्त,जिलाधीश, नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर उनसे आग्रह करेगा की शहर की विरासत इन नदियों के पुरातन स्वरूप को लौटाया जाए।
शुक्रवार को मनाए गए दीपोत्सव में श्याम सुंदर यादव,गौतम कोठारी,ओ. पी.जोशी, पल्लवी आढाव, मेघा बर्वे,वैशाली खरे, दीप्ति गौर, स्वप्निल व्यास,पराग जटाले,मुरली खंडेलवाल,नेताजी मोहिते पी.सी.शर्मा,शफी शेख,राजा चौकसे,ओ.पी श्रीवास्तव,सुशीला यादव,बसन्त सोनी, द्वारका मालवीय,शरद सोमपुरकर,जयंत जटाले, द्वारका मालवीय सहित कई लोगों ने भाग लेकर अंधेरे में डूबे कृष्णपुरा छत्री के घाटों को दीपों से रोशन कर दिया।इसी के साथ नदी के पानी में भी दीप प्रज्ज्वलित कर प्रवाहित किए गए। नन्हें दीयों के आलोक में घाटों का सौंदर्य जैसे खिल उठा था। अगले वर्ष फिर यहां दीपोत्सव मनाने के संकल्प के साथ सभी लौट गए।