प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान द्वारा केंद्रीय बजट पर विशेष सत्र का आयोजन।
इंदौर: प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, इंदौर द्वारा केंद्रीय बजट 2023 पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया।इस दौरान संस्थान के छात्रों को अर्थ जगत के विशेषज्ञों द्वारा केंद्रीय बजट के विभिन्न प्रावधानों, विभिन्न आर्थिक सुधारों तथा उद्योग में बजट की भूमिका के बारे में बताया गया।
देवी अहिल्या विश्व विद्यालय में वाणिज्य विभाग के पूर्व डीन एवं पैनल स्पीकर डॉ.रमेश भंडारी ने छात्रों को विस्तार से बताया कि कैसे केंद्रीय बजट देश के आर्थिक विकास में योगदान देगा। समाज के विभिन्न स्तरों के बीच संसाधन आवंटन पर जोर देते हुए डॉ. भंडारी ने कहा कि बजट में सरकार का फोकस आत्मनिर्भरता, मेक इन इंडिया, युवाओं को सशक्त बनाने और स्वस्थ भारत जैसे प्रमुख पहलुओं पर रहा है।
सीए अपूर्व मेहता ने नई कर व्यवस्था और पुरानी कर व्यवस्था के अंतर और लाभों के बारे में अपने विचार साझा करते हुए छात्रों को धारा 54, 54F, 44 AD, 44 ADA और धारा 194 से संबंधित अवधारणाओं की जानकारी दी। मेहता ने MSMEs की त्वरित वृद्धि और माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज (CGTMSE) योजना के लिए क्रेडिट गारंटी ट्रस्ट, स्रोत पर कर संग्रह से संबंधित प्रावधानों, त्रुटियों को सुधारने के लिए 2 साल के भीतर अद्यतन रिटर्न, एनपीएस खाते में नियोक्ता के योगदान पर कर कटौती की सीमा बढ़ाने के बारे में भी बताया।
सीए निरंजन लाहोटी ने छात्रों को अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए बजट के विषयों को उनके पाठ्यक्रम के विषयों के साथ जोड़ा। प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान के निदेशक डॉ. एस. रमन अय्यर सहित वित्त और प्रबंधन के अन्य संकाय सदस्यों के साथ साथ बीकॉम और बीबीए फाइनेंस के सभी बैच के छात्रों ने इस विशेष सत्र में भाग लिया।
प्रेस्टीज समूह के चेयरमैन डॉ. डेविश जैन सहित कई विशिष्टजन भी इस अवसर पर मौजूद रहे।