केन- बेतवा लिंक परियोजना से बदलेगी बुंदेलखंड की तस्वीर, मप्र के 12 जिलों को मिलेगा पानी

  
Last Updated:  December 16, 2021 " 09:00 pm"

भोपाल : केन-बेतवा राष्ट्रीय लिंक परियोजना की केंद्रीय कैबिनेट द्वारा मंजूरी दिए जाने पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने गुरुवार को वल्लभ भवन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भेंट कर मिठाई खिलाई और आभार व्यक्त किया।
मंत्री सिलावट ने मछली उत्पादन में देश में बालाघाट जिले के प्रथम आने की जानकारी दी । इस दौरान विभाग के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्र, मत्स्य महासंघ के प्रबंध संचालक पुरुषोत्तम धीमान और मत्स्य संचालक भरत सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पुष्प गुच्छा भेंट कर उनका अभिनंदन किया।

परियोजना से किसानों के खेतों तक पहुंचेगा पानी।

जल संसाधन मंत्री सिलावट ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप इस परियोजना को पूर्ण कर प्रदेश के किसानों के खेतों की प्यास बुझाने के साथ बुंदेलखण्ड के नवनिर्माण के स्वप्न को साकार करना है। इस दौरान मंत्री सिलावट ने केन्द्र सरकार का भी आभार व्यक्त किया।

अटलजी की परिकल्पना है केन- बेतवा लिंक परियोजना।

बता दें कि केन – बेतवा परियोजना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी की सोच का परिणाम है। यह परियोजना वर्ष 2005 से अटकी हुई थी, जिसे अब मंजूरी मिल गई है। जल्दी ही इस पर काम शुरू होने की बात भी मंत्री सिलावट ने कही।

बुंदेलखंड की बदलेगी तस्वीर।

मंत्री सिलावट ने कहा कि इस परियोजना की शुरुआत होने पर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के सूखा प्रभावित बुंदेलखंड में पानी की कमीं दूर हो जाएगी और केन का पानी मध्य प्रदेश को मिल सकेगा। यह परियोजना की बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने में अहम साबित होगी।

क्या है पूरी परियोजना।

मंत्री सिलावट ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से 8 दिसंबर को केन-बेतवा नदी को जोड़ने वाले प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। इस प्रोजेक्ट पर 44,605 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। खास बात यह है कि इसका 90% खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी। इसके तहत 176 किलोमीटर की लिंक कैनाल का निर्माण किया जाएगा, जिससे दोनों नदियों को जोड़ा जा सकेगा। प्रोजेक्ट के अस्तित्व में आने के बाद मध्य प्रदेश के सागर-विदिशा सहित 12 जिलों को पानी मिलेगा। इसके साथ ही 10 लाख हेक्टेयर में सिंचाई होगी। उन्होंने बताया कि यह प्रोजेक्ट 8 साल में पूरा कर लिया जाएगा।
केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट से नॉन मानसून सीजन (नवंबर से अप्रैल के बीच) में मध्यप्रदेश को 1834 मिलियन क्यूबिक मीटर व उत्तर प्रदेश को 750 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मिलेगा।

बेतवा की सहायक नदियों पर बनेंगे बांध।

प्रोजेक्ट के पहले फेज में केन नदी पर ढोड़न गांव के पास बांध बनाकर पानी रोका जाएगा। यह पानी नहर के जरिया बेतवा नदी तक पहुंचाया जाएगा। वहीं, दूसरे फेज में बेतवा नदी पर विदिशा जिले में 4 बांध बनाए जाएंगे। इसके साथ ही बेतवा की सहायक बीना नदी जिला सागर और उर नदी जिला शिवपुरी पर भी बांधों का निर्माण किया जाएगा।
प्रोजेक्ट के दोनों फेज से सालाना करीब 10.62 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। साथ ही, 62 लाख लोगों को पीने के पानी के साथ 103 मेगावॉट हाइड्रो पावर भी पैदा की जाएगी। केन-बेतवा लिंक परियोजना में दो बिजली प्रोजेक्ट भी प्रस्तावित हैं, जिनकी कुल स्थापित क्षमता 72 मेगावॉट है।

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