रायपुर में संपन्न विद्यार्थी परिषद की तीन दिवसीय बैठक में छात्र हित से जुड़े मुद्दों पर हुआ गहन मंथन।
इंदौर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक हाल ही में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में संपन्न हुई। बैठक में छात्र हित से जुड़े मुद्दों, शिक्षा में सुधार व राष्ट्र निर्माण पर गहन मंथन किया गया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विचार – विमर्श करते हुए उसपर तेजी से अमल करने पर जोर दिया गया। आंतरिक सुरक्षा पर भी मंथन करने के साथ बिरसा मुंडा, रानी अबक्का के जीवन कार्यों से युवाओं को अवगत कराने और छात्रावास सर्वेक्षण पर केंद्रित अभियान चलाने का निर्णय भी बैठक में लिया गया।
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 29 से 31 मई तक आयोजित इस राष्ट्रीय बैठक में देशभर से 478 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। तीन दिवसीय इस बैठक में मुख्य रूप से चार प्रस्ताव पारित किए गए। इनमें कोचिंग संस्थानों की मनमानी पर अंकुश लगाने हेतु नीति का निर्माण करने, केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति में देरी पर चिंता जताते हुए ये पद शीघ्र भरे जाने, देश की आंतरिक सुरक्षा और वैश्विक परिदृश्य पर चर्चा और विवि परिसरों में बढ़ती वैचारिक अस्थिरता के समाधान संबंधी प्रस्ताव शामिल हैं। इसी तरह ऑपरेशन सिंदूर व ऑपरेशन कगार में सेना और अर्द्धसैनिक बलों के सांहस व सामरिक कौशल की सराहना की गई।
महामंत्री डॉ.सोलंकी ने बताया कि बैठक में छात्र हित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा कर आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई। भगवान बिरसा मुंडा के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आपातकाल की 50 वी वर्षगांठ पर आगामी 25 जून को मीसाबंदियों के साथ संवाद किया जाएगा। रानी अबक्का की 500 वी जयंती पर उनके जीवन कार्यों पर केंद्रित विविध कार्यक्रम भी किए जाएंगे। डॉ.सोलंकी ने बताया कि एबीवीपी का तेजी से विस्तार हो रहा है।इसकी सदस्य संख्या लगभग 60 लाख हो गई है।यह इस छात्र संगठन की बढ़ती स्वीकार्यता का प्रमाण है।