इंदौर : कोरोना महामारी से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। एलोपैथी के साथ होमियोपैथी, आयुर्वेदिक, यूनानी और अन्य वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों के विशेषज्ञ चिकित्सक भी कोरोना के खिलाफ जंग में भागीदारी जता रहे हैं। खासकर बचाव के उपायों पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। इसी कड़ी में जंजीरवाला चौराहा पर ‘आरोग्य सुपर स्पेशलिटी’ क्लिनिक संचालित करने वाले मॉडर्न होमियोपैथी के डॉक्टर अर्पित चौपड़ा कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ निःशुल्क दवाई का वितरण भी कर रहे हैं।
प्रेस क्लब में किया दवाई का वितरण।
इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी और उपाध्यक्ष दीपक कर्दम की पहल पर डॉ.अर्पित चोपड़ा शुक्रवार को प्रेस क्लब पहुंचे। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों की जानकारी देने के साथ मॉडर्न होमियोपैथी दवाई का वितरण भी पत्रकार साथियों को किया।
फील्ड में काम करनेवाले पत्रकारों की सुरक्षा अहम।
प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष दीपक कर्दम ने बताया कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मीडियाकर्मी जान जोखिम में डालकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उनके स्वास्थ्य की चिंता करते हुए इंदौर प्रेस क्लब ने ये पहल की और उन्हें डॉ. अर्पित चोपड़ा के माध्यम से मॉडर्न होमियोपैथी दवाई का वितरण करवाया। इससे वे कोरोना के संक्रमण से बचे रहेंगे।
कारगर चिकित्सा पद्धति है मॉडर्न होमियोपैथी।
डॉ. अर्पित चोपड़ा ने बताया कि मॉडर्न होमियोपैथी आधुनिक चिकित्सा विज्ञान है। ये हानिरहित चिकित्सा पद्धति है।इसका असर भी तेजी से होता है। कोरोना का इलाज अभीतक खोजा नहीं जा सका है पर ये सर्वमान्य तथ्य है कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढाकर इसके प्रकोप से बचा जा सकता है। इसी बात को ध्यान में रखकर उन्होंने 9 दवाइयों के कॉम्बिनेशन से ऐसी दवाई बनाई है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। वे इसका निःशुल्क वितरण स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस, नगर निगम, मीडिया और अन्य विभागों के उन कर्मचारियों को कर रहे हैं जो कोरोना महामारी से लड़ाई में जुटे हैं। 25 हजार लोगों तक यह दवाई पहुंचाने का उनका लक्ष्य है।
कोरोना पीड़ितों को भी दी जा सकती है ये दवाई।
डॉ. अर्पित चौपड़ा ने बताया कि जो लोग कोरोना संक्रमण से पीड़ित हैं उन्हें भी मॉडर्न होमियोपैथी की ये दवाई लाभ पहुंचा सकती है। उन्होंने इस बारे में केंद्र, राज्य सरकार, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया, और स्वास्थ्य विभाग से भी संपर्क किया है।
कोई भी ले सकता है ये दवाई।
डॉ. चौपड़ा का कहना है कि कोरोना से बचाव की ये होमियोपैथी दवाई, बीपी, शुगर के पेशंट सहित कोई भी व्यक्ति ले सकता है। वयस्क व्यक्ति को 10 गोलियां एक ही बार लेनी है। बच्चों के लिए यह मात्रा 5 गोलियां है। इस दवाई के जरिये करीब एक माह तक कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकता है। डॉ. चौपड़ा के मुताबिक कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में उनका ये छोटा सा योगदान है। आम लोग भी उनके जंजीरवाला चौराहा के समीप स्थित क्लिनिक से यह दवाई प्राप्त कर सकते हैं।