‘कोविड अनुकूल व्यवहार’ कोरोना से बचाव का सबसे कारगर उपाय

  
Last Updated:  May 29, 2021 " 04:45 pm"

इंदौर : राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे की पहल पर इंदौर में कोविड अनुकूल व्यवहार के प्रति जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से एआईसीटीएसएल के सभाकक्ष में जिले के सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी मनीष कपूरिया, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल सहित जिले के सभी जाने-माने सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर उपस्थित रहे।

जागरूकता लाना जरूरी।

इस अवसर पर राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ निशांत खरे ने कहा कि आगे आने वाले समय में व्यवहार परिवर्तन कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लोगों में जागरूकता लाना आवश्यक है जिसके लिए हमें सोशल मीडिया के स्फीयर आफ इनफ्लुएंस का उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना हराने के लिए लोगों में किस तरह का व्यवहार होना चाहिए और उसे कैसे लाया जा सकता है इस बीच की दूरी को कम करने के लिए सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स एक सेतु के रूप में कार्य कर सकते हैं।

सोशल मीडिया के माध्यम से सकारात्मक वातावरण बनाएं।

सांसद लालवानी ने कहा कि बैठक में उपस्थित सभी सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से जिले में सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने में विशेष भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इस भूमिका को बनाए रखते हुए हमें लोगों तक कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनाने के लिए जागरूक करना है। सकारात्मक वातावरण से ना केवल कोविड महामारी से लड़ रहे मरीजों का हौसला बढ़ेगा बल्कि अन्य नागरिकों में भी सहयोग की भावना उत्पन्न होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना के विरुद्ध इस लड़ाई में शासन, प्रशासन,सामाजिक संगठनों के साथ साथ सभी लोगों का सहयोग अनिवार्य है।

कोविड अनुकूल व्यवहार है जरूरी।

कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव का सबसे सक्षम उपाय नागरिकों के मध्य कोविड अनुकूल व्यवहार को विकसित करना है। उन्होंने कहा कि व्यवहार परिवर्तन हेतु सिर्फ तीन चीजों का ध्यान रखना अनिवार्य है। वह है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, घर से बाहर निकलने पर मास्क का उपयोग करना एवं समय-समय पर हाथों को सैनिटाइज करना। उन्होंने कहा कि केवल इन तीन नियमों का पालन कर हम कोरोना वायरस की तीसरी लहर से ना केवल खुद की बल्कि समाज की भी रक्षा कर पाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि 80% लोगों की मानसिकता वर्तमान समय में सोशल मीडिया के माध्यम से प्रभावित हो रही है। इसलिए जरूरी है कि हम सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग कर जन जागरण को प्राथमिकता दें। उन्होंने कोविड अनुकूल व्यवहार विकसित करने के लिए निम्नलिखित चरणों का उल्लेख किया।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए सबसे प्रबल उपाय कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनाना है।

अर्ली डिटेक्शन (समय रहते कोरोना मरीज की पहचान करना)-उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो जाता है तो जल्द से जल्द जांच कराकर उपचार प्रारंभ करना अति आवश्यक है।

मनोबल बढ़ाना-उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने के लिए मरीजों के साथ साथ हेल्थ एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स का मनोबल बढ़ाना भी बेहद जरूरी है।

जन जागरूकता- कलेक्टर सिंह ने कहा कि उक्त सभी बिंदुओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए यह जरूरी है कि लोगों को जागरूक किया जाए। जिससे वे कोरोना महामारी के विरुद्ध इस लड़ाई में शासन प्रशासन का सहयोग करें और खुद में व्यवहार परिवर्तन लाएं।

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