इंदौर : नगर निगम चुनाव में महापौर व 85 वार्डों में पार्षद पद के लिए मतदान बुधवार को संपन्न हो गया। हिंसा की दो – तीन घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। दोपहर 3 बजे तक 51.26 फीसदी मतदान हुआ था। इसको देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है की मतदान का औसत प्रतिशत 60 से 65 के बीच रह सकता है। इसी के साथ महापौर पद के 19 और 85 वार्डों में 341 पार्षद प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया।
मौसम का मिजाज बदलने से मिली राहत।
मंगलवार को मौसम ने जो रौद्र रूप दिखाते हुए सारे शहर को जलमग्न कर दिया था, उससे जिला प्रशासन की सांसे फुल गई थी। जलभराव होने से आठ मतदान केंद्रों को परिवर्तित भी किया गया था। राजनीतिक दल भी मौसम के मिजाज को देखकर चिंतित थे लेकिन बुधवार को इंद्रदेव की कृपा रही मौसम खुल जाने से प्रशासन,राजनीतिक दल और मतदाताओं ने राहत की सांस ली। नतीजा ये रहा की सुबह से ही लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर नगर की सरकार को चुनने के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंचने लगे थे।
60 से 65 फीसदी रह सकता है मतदान का प्रतिशत।
सुबह 7 से 11 बजे तक करीब 24 फीसदी मतदान हुआ। दोपहर 1 बजे तक लगभग 39 फीसदी मतदान दर्ज किया गया वहीं दोपहर तीन बजे तक मतदान का प्रतिशत बढ़कर 51.26 फीसदी हो गया था। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है की औसत मतदान 60 से 65 फीसदी के बीच दर्ज हो सकता है। बीते विधानसभा चुनाव के मुकाबले मतदान यह प्रतिशत कम है।
कहीं तेज, कहीं धीमा मतदान।
नगरीय क्षेत्र में आनेवाली छह विधानसभाओं में मतदान की गति कहीं तेज तो कहीं धीमी रही। ज्यादातर जगहों पर लोग आसानी से मतदान कर लौट रहे थे। कतारें कम ही देखने को मिली। मतदान करने वालों में बुजुर्ग, महिलाएं और युवा भी बड़ी संख्या में शामिल थे।
जिला, पुलिस प्रशासन ने किए थे पुख्ता इंतजाम।
नगरीय निकाय के निर्वाचन हेतु मतदान संपन्न कराने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए थे। छह विधानसभाओं के 85 वार्डों में कुल 2250 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इनमें कुछ मतदान केंद्रों को आदर्श मतदान केंद्रों में तब्दील किया गया था। यहां मतदाताओं के स्वागत के लिए रेड कार्पेट बिछाने के साथ आकर्षक सजावट भी की गई थी। दिव्यांग मतदाताओं के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए थे। पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध किए थे। करीब तीन सौ मतदान केंद्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखकर वहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था।
ईवीएम खराब होने की मिली शिकायतें।
शहर में कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की भी शिकायतें मिली, जिससे मतदान में देरी हुई। इनमें बूथ क्रमांक 13, 27,28, 471, 1182, 2090 शामिल थे। हालांकि मशीनों को बदलकर मतदान की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।