इंदौर : मप्र में हाल ही में 28 विधानसभा सीटों पर सम्पन्न हुए उपचुनाव में बीजेपी को मिली भारी जीत से ये सिद्ध हो गया है कि प्रदेश की जनता राजनीति में अपशब्दों का प्रयोग पसंद नहीं करती। चुनांव प्रचार के दौरान कमलनाथ और कांग्रेस ने जैसे हल्के शब्दों का इस्तेमाल सीएम शिवराज और बीजेपी नेताओं के लिए किया, जनता ने उसका ये जवाब दिया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ये बात कही। वे मीडियाकर्मियों के चर्चा के दौरान उनके सवालों का जवाब दे रहे थे। विजयवर्गीय का कहना था कि मप्र में संस्कार, संस्कृति और सौजन्यता की राजनीति की परंपरा रही है। पिछले दिनों जिसतरह की शब्दावली का प्रयोग किया गया उससे शर्म महसूस हुई। मप्र की ये परम्परा नहीं रही है। सभी राजनेताओं और दलों को इससे सबक लेना चाहिए।
कमलनाथ को जनता से की गई धोखाधड़ी का जवाब मिला है।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कमलनाथ ने सीएम रहते जनता के साथ धोखाधड़ी की। उनसे किया कोई भी वादा पूरा नहीं किया। किसानों, युवाओं, महिलाओं से किये वादे पूरे नहीं किए इसीलिए जनता ने उन्हें नकार दिया।
आगर व डबरा में हार अनपेक्षित।
विजयवर्गीय ने आगर व डबरा में बीजेपी की हार को अनपेक्षित बताया। उनका कहना था कि आगर में कड़ा मुकाबला जरूर था पर बीजेपी जीतने की स्थिति में थी। डबरा में हार के पीछे सामाजिक समीकरणों को उन्होंने जिम्मेदार ठहराया। विजयवर्गीय के मुताबिक दोनों ही स्थानों पर कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाकर हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी।
बंगाल में होगा परिवर्तन।
कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की आए दिन हो रही हत्याओं को लेकर कहा कि राजनीति में हिंसा का जवाब हिंसा से नहीं दिया जा सकता। ममता सरकार के राज में जिसतरह बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्याएं की जा रहीं हैं वो निदनीय और लोकतंत्र के लिए बेहद घातक हैं। उनका ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आगामी विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर बंगाल को विकास के रास्ते पर ले जाना हमारा मिशन है। जनता इस मिशन में हमारा साथ जरूर निभाएगी। विजयवर्गीय ने दावा किया कि बंगाल में बीजेपी दो तिहाई बहुमत से सत्ता में आएगी।
राहुल गांधी अपरिपक्व राजनेता।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने संस्मरणों पर लिखी किताब में राहुल गांधी की काबिलियत पर सवाल खड़े किए हैं। इस बारे में पूछे जाने पर विजयवर्गीय का कहना था कि हम तो पहले से कहते आ रहे हैं कि राहुल गांधी अपरिपक्व राजनेता हैं। वे देश के सम्मान की रक्षा करने की बजाए ऐसे बयान देते हैं, जिससे पाकिस्तान और चीन जैसे दुश्मन देशों को लाभ होता है। कांग्रेस के ही नेता राहुल गांधी की बात नहीं सुनते। बिहार में कांग्रेस के लचर प्रदर्शन के लिए भी स्थानीय कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ही जिम्मेदार बता रहे हैं। ये दुर्भाग्य की बात है कि सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी का शीर्ष नेता अपरिपक्व है।