भोपाल : इंदौर में चूड़ीवाले की पिटाई के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी की भी एंट्री हो गई। लगे हाथ बीजेपी ने भी पलटवार कर ओवैसी को नसीहत दे डाली।
मप्र में कानून का राज है।
ओवैसी ने सोशल मीडिया पर इस घटना को गोडसे की हिंदुत्ववादी सोच का नतीजा बताया। इसपर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जो लोग अपने 2-3 पहचान पत्र रखकर अपना नाम छुपाते हैं, वे अपराधी हैं। पुलिस ने उन लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। जिन्होंने आरोपी के साथ मारपीट की है। उन्होने औवेसी को नसीहत देते हुए कहा कि वे मप्र के मामलों में हस्तक्षेप न करें। मध्य प्रदेश में कानून का राज है। यहां किसी को इस तरह सिर उठाने नहीं दिया जाएगा।
PFI पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही सरकार।
गृह मंत्री ने कहा कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को प्रतिबंधित करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस संगठन की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए मुस्लिम समाज ने आवेदन दिया है। जिस पर वैधानिक स्तर पर विचार किया जा रहा है।
मप्र में दिग्विजय सिंह ही काफी।
पूर्व प्रोटेम स्पीकर और विधायक रामेश्वर शर्मा ने औवेसी पर पलटवार करते हुए कहा कि ओवैसी को तुष्टीकरण की दुकान कहीं और लगानी चाहिए, यहां दिग्विजय सिंह ही काफी हैं।