छात्रों को शिक्षा के साथ संस्कार और नैतिक मूल्यों का भी पाठ पढ़ाए : लांबा

  
Last Updated:  July 15, 2024 " 08:44 pm"

प्रेस्टीज शिक्षण समूह `एक पेड़ माँ के नाम’ महाअभियान का बना हिस्सा।

इंदौर : शिक्षा के क्षेत्र में देश में बहुत अच्छे कार्य  हो रहे हैं पर मैं  चाहूंगा कि हमारे देश की शिक्षण संस्थाएं छात्रों को शिक्षा के साथ संस्कार एवं नैतिक मूल्यों का भी पाठ पढ़ाएं। हमारी कोशिश हो कि छात्रों में शिक्षा के साथ संस्कार भी जिन्दा रहे। यह बात ख्यात पर्यावरणविद तथा ट्री मेन ऑफ़ इंडिया के नाम से मशहूर विष्णु लम्बा ने प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी में इंदौर नगर निगम  के सहयोग से आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम `एक पेड़ माँ के नाम’ को सम्बोधित करते हुए कही। 

लाम्बा ने कहा कि आज छात्रों  को इनोवेशन की तरफ ले जाने की आवश्यकता है।  छात्रों से पौधरोपण के महाभियान में अपनी सहभागिता प्रदर्शित करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, पर्यावरण संरक्षण मात्र किसी पार्टी या सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, यह लोगों के सामूहिक प्रयास  के बिना संभव नहीं है।

इंदौर के लोगों के पर्यावरण संरक्षण के प्रति जूनून की सराहना करते हुए लाम्बा ने कहा कि पिछले सात वर्षों में वो देश के कई शहरों में भ्रमण कर चुके हैं पर किसी भी सार्वजनिक कार्य  भागीदारी जताने का जो उत्साह  और ललक इंदौर में दिखाई दी  वो और कहीं नहीं है। लाम्बा जो `एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान  के ब्रांड एम्बेसेडर भी हैं, ने कहा कि यह इस शहर  के लोगों की सामूहिक भागीदारी का ही  परिणाम है जिसके कारण इंदौर लगातार पिछले  सात सालों से देश के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार जीत रहा है। जिस तरह का उत्साह यहाँ के लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति दिख रहा है, उन्हें ऐसा प्रतीत है कि आने वाले समय में इंदौर भारत के सबसे हरित शहर का भी तमगा जीतेगा। उन्होंने कहा प्रेस्टीज विश्वविद्यालय के परिसर का भ्रमण कर वे अभिभूत हैं।इस विश्वविद्यालय की वास्तुकला सराहनीय है।उन्हें महसूस हो रहा है जैसे वो नालंदा और तक्षशिला जैसी विश्वविद्यालयों के परिसर में खड़े हैं।

प्रेस्टीज देता है छात्रों को शिक्षा साथ संस्कार : डेविश जैन।

प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के चांसलर, डॉ.डेविश जैन ने कहा कि प्रेस्टीज शिक्षण समूह अपने सभी शिक्षण संस्थानों में छात्रों को शिक्षा के साथ संस्कार, नैतिक तथा पारम्परिक मूल्यों का भी ज्ञान देता है। संस्कार व नैतिक मूल्यों का समावेश समूह के सभी संस्थानों के पाठ्यक्रमों में भी किया गया है। डॉ जैन ने कहा, उनका मानना है कि लाम्बा मात्र `एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के ही ब्रांड एम्बेसेडर नहीं बल्कि प्रेस्टीज समूह के भी एम्बेसेडर हैं। प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर, डॉ.राजेंद्र नरगुंडकर ने प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के विज़न एवं पाठ्यक्रमों के बारे में अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (पीजी कोर्सेज) सीनियर फैकल्टी डॉ. दीपक जारोलिया ने पर्यावरणविद विष्णु लाम्बा को मोमेंटो प्रदान किया।

प्रेस्टीज शिक्षण समूह के परिसरों में सिंदूर जैसी विलुप्त प्रजाति के पौधों का किया गया रोपण।

इससे पूर्व लाम्बा एवं डॉ.डेविश जैन ने अपने सभी शिक्षण संस्थानों के डायरेक्टर्स व फैकल्टीज के साथ प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी तथा प्रेस्टीज प्रबंध संस्थानों के यूजी, पीजी कैंपस में `एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत सिंदूर के पौधे सहित अन्य दुर्लभ प्रजातियों पौधों का रोपण किया।

गरीब बच्चों को साक्षर बनाने लिए प्रेस्टीज में हुई साक्षरता कक्षा की स्थापना।

प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान के पीजी कैंपस में साक्षरता कक्षा का उद्घाटन ट्री मेन ऑफ़ इंडिया विष्णु लाम्बा द्वारा किया गया जहाँ समाज के गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान कर साक्षर बनाया जाता है। डॉ. डेविश जैन ने इस मौके पर कहा कि इस साक्षरता कक्षा के माध्यम से प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान के फैकल्टीज आसपास के स्लम बस्तियों में रहने वाले बच्चों को ना सिर्फ साक्षर एवं शिक्षित करते हैं बल्कि पढाई पूरी करने के लिए उनका सरकारी स्कूलों में एडमिशन भी करवाया जाता है जिससे कि ये गरीब बच्चे पढ़ लिख कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें तथा अपने परिवार की सामजिक, आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकें।

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