भोपाल : चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और जूनियर डॉक्टर्स एसो. के पदाधिकारियों के बीच सोमवार को दुबारा हुई चर्चा के बाद जूनियर डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर काम पर लौटने का ऐलान किया है। ग्वालियर में जूनियर डॉक्टरों ने काम भी शुरू कर दिया है।
17 प्रतिशत स्टायपेंड में होगी बढ़ोतरी।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और जूड़ा पदाधिकारियों के बीच बातचीत में स्टाइपेंड में 17 फ़ीसदी बढ़ोतरी पर सहमति बनी। इसके अलावा सरकार की ओर से जूड़ा की अन्य मांगे भी जल्द पूरी करने का भरोसा दिया गया। इसके बाद जूड़ा ने हड़ताल वापस ले ली।
हाईकोर्ट का आदेश और सरकार की सख़्ती ने दिखाया असर।
जूनियर डॉक्टरों ने आपदा में अवसर ढूंढते हुए हड़ताल कर दी थी। उन्होंने मरीजों को उनके हाल पर छोड़ दिया था। जूड़ा की मनमानी के खिलाफ लगाई गई याचिका पर जब हाइकोर्ट ने हड़ताल को अवैध घोषित कर उन्हें त्वरित काम पर लौटने का आदेश दिया तो जूड़ा ने उसकी भी अवहेलना करते हुए सामूहिक इस्तीफे का दांव चला। हालांकि सरकार ने भी सख्त रुख अपनाते हुए 5 सौ से अधिक जूनियर डॉक्टरों के पंजीयन निरस्त कर दिए। उधर हाइकोर्ट में भी जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ अवमानना याचिका दाखिल कर दी गई थी। ऐसे में जूनियर डॉक्टरों के पास यही रास्ता बचा था कि वे सम्मानजनक तरीके से अपनी हड़ताल वापस ले लें। सोमवार को जूड़ा की पहल पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री से उनके प्रतिनिधियों की मुलाकात हुई। उसके बाद हड़ताल समाप्ति की घोषणा कर दी। उन्होंने उम्मीद जताई की सरकार उनकी मांगों को लेकर जल्द आदेश जारी करेगी।
बहरहाल, बीते आठ दिनों से चल रही जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त होने से सरकारी अस्पतालों भर्ती मरीजों को राहत मिली है।