इंदौर :डिजिटल अरेस्ट के जरिए ऑनलाइन ठगी के प्रकरण में दो और आरोपियों को गुजरात से क्राइम ब्रांच, इंदौर ने बंदी बनाया है। ये व साथी आरोपियों ने महिला फरियादिया के साथ 01 करोड़ 60 लाख रू की ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया था।
ठग गैंग, कॉल पर स्वयं को पुलिस / CBI / RBIअधिकारी होना बताकर, कानूनी कार्यवाही का डर दिखाते हुए ऑनलाइन पैसे प्राप्त कर वारदात को अंजाम देते थे।
ये था मामला :-
इंदौर क्राइम ब्रांच द्वारा संचालित NCRP पोर्टल पर 59 वर्षीय इंदौर निवासी फरियादी महिला ने शिकायत की थी कि उन्हें अज्ञात ठग गैंग द्वारा स्काइप एवं व्हाट्सएप वीडियो कॉल कर अलग–अलग शासकीय विभाग(CBI,RBI, पुलिस आदि) का अधिकारी बताकर मनी लांडरिंग केस में जेल जाने का डर बताकर, उसकी निजी एवं बैंकिंग जानकारी प्राप्त करते हुए, बैंक अकाउंट, FD , शेयर्स आदि के रुपयों की जांच करने के नाम पर ऑनलाइन 1 करोड़ 60 लाख रुपए प्राप्त करके ऑनलाइन ठगी की गई। उक्त शिकायत में क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा अपराध धारा 318(4), 308(2), 316(5), 111(4), 3(5) BNS के तहत् अपराध पंजीबद्ध करके सूरत (गुजरात) के आरोपी (1). प्रतीक जरीवाला (2) अभिषेक जरीवाला को गिरफ्तार किया। (मध्यप्रदेश) के जिला मैहर के आरोपीगण (3). चंद्रभान बंसल व (4). राकेश कुमार बंसल को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था।
उक्त फर्जी डिजिटल अरेस्ट प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ एवं अन्य तकनीकि जानकारी के आधार पर गुजरात के आरोपी (1).विवेक रंजन उर्फ पिंटू गिरी उम्र 32 निवासी नडियाद जिला खेड़ा गुजरात व (2). अल्ताफ कुरैशी उम्र 33 वर्ष निवासी उमरेट जिला आणंद गुजरात को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड प्राप्त करके गैंग के अन्य सदस्यों एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु पूछताछ की जा रही है।