डॉक्टरों की हड़ताल को देखते हुए जरूरी कदम उठाएं

  
Last Updated:  May 3, 2023 " 11:51 am"

मुख्यमंत्री ने सभागआयुक्त और जिला कलेक्टर्स से की बात।

किसी भी हालत में प्रभावित न हों स्वास्थ्य सेवाएँ : मुख्यमंत्री चौहान

मुख़्यमंत्री ने देर रात वीडियो कांफ्रेंसिंग से कलेक्टर्स और कमिश्नर्स से की चर्चा।

भोपाल :
शासकीय मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की प्रदेशव्यापी हड़ताल को देखते हुए प्रदेश सरकार ने हड़ताल से निपटने की तैयारी कर ली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बात के मद्देनजर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी संभागायुक्त और जिला कलेक्टरों के चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं अति आवश्यक सेवाओं के अंतर्गत हैं। इसमें अवरोध न आए। आकस्मिक एवं गंभीर सेवाओं का संचालन सुचारु रूप से हो, इसमें कोई कसर नहीं छोड़ें। स्ट्राइक पर जाना अनैतिक है, इसमें कार्रवाई का प्रावधान है। मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्थाएँ बनाएँ और पीजी चिकित्सकों की सेवाएँ लें।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ.सुदाम खाड़े और संबंधित अधिकारी भी वीसी में उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिला अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएँ सुचारू रूप से चलें, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाएँ। कलेक्टर्स- कमिश्नर और मेडिकल कॉलेज के डीन इलाज सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ करें। गंभीर मरीजों के इलाज में व्यावधान न हो। चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था बनी रहे। निजी नर्सिंग होम में भी सतत संवाद बना कर रखें। पर्याप्त मात्रा में एंबुलेंस की व्यवस्था सतत बनी रहे। आयुष्मान योजना में प्राइवेट अस्पताल में इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इंसान की जान बचाने के लिए डॉक्टर्स ही भगवान का रूप माने जाते हैं। इंसान की जिंदगी से खिलवाड़ न करें। हर जगह व्यवस्था कर लें। मरीजों को चिन्हित कर शिफ्ट करने की व्यवस्था हो। स्वास्थ्य सेवाएँ किसी भी स्थिति में प्रभावित न हों। मरीजों को इमरजेंसी में कोई परेशानी नहीं होना चाहिए।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में पहले से बातचीत हो जाए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों से संवाद कर लें ।
मुख्यमंत्री चौहान ने जिलों के कलेक्टर्स और कमिश्नर्स से चर्चा की और व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की।

बता दें कि बुधवार से पदेश के करीब 10 हजार डॉक्टर्स लामबंद होकर अपनी मांगों के लिए हड़ताल पर चले गए है।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *