थैलेसीमिया पीड़ित गरीब वर्ग के बच्चों को मिलेंगी नि:शुल्क दवाइयां

  
Last Updated:  September 10, 2022 " 09:18 pm"

श्री रणजीत हनुमान मंदिर और श्री गणेश मंदिर खजराना में हुआ निशुल्क दवाई वितरण केंद्र का शुभारंभ।

प्रदेश स्तर पर थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों का डाटा बैंक बनाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयार किया विशेष ऐप “क्योर थैलेसीमिया”।

इंदौर : देशभर में अपने अनूठे और संवेदनशील नवाचारों के लिए जाना जाता है इंदौर। अपनी इसी छवि को बनाए रखते हुए इंदौर ने शनिवार को संवेदनशीलता की अनूठी मिसाल पेश की। सांसद शंकर लालवानी और कलेक्टर मनीष सिंह ने रणजीत हनुमान मंदिर एवं श्री गणेश मंदिर खजराना में थैलेसीमिया बीमारी से पीड़ित बच्चों के लिए निशुल्क दवाई वितरण केंद्र का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर अभय बेडेकर भी उपस्थित रहे। विदित है कि उक्त दोनों केंद्रों पर गरीब एवं जरूरतमंद वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क थैलेसीमिया का उपचार कराने के लिए दवाइयां एवं इंजेक्शन दिए जाएंगे।

थैलेसीमिया को नियंत्रण करने में भी इंदौर बनेगा नंबर वन।

सांसद शंकर लालवानी ने नि:शुल्क दवाई वितरण केंद्र के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि थैलेसीमिया के इलाज हेतु दवाइयों एवं इंजेक्शन की नियमित उपलब्धता होना बहुत जरूरी है। कई जरूरतमंद परिवारों के लोग इसके उपचार में होने वाले खर्च की वजह से बच्चों का इलाज कराने में असक्षम होते हैं। ऐसे ही परिवारों की मदद के लिए यह नि:शुल्क दवाई वितरण केंद्र शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी थैलेसीमिया जांच के लिए नि:शुल्क शिविर लगाए गए थे। अब इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए इसके उपचार के लिए यह केंद्र शुरू किया गया है। सांसद लालवानी ने बताया कि उनके द्वारा थैलेसीमिया के उपचार को आयुष्मान योजना से जोड़ने और शादी से पहले वर वधू की थैलेसीमिया जांच को अनिवार्य करने जैसे मुद्दों पर लगातार केंद्र सरकार के समक्ष अपना पक्ष रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे इंदौर हर क्षेत्र में नंबर वन है उसी तरह थैलेसीमिया को नियंत्रण करने में भी इंदौर जरूर नंबर वन बनेगा।

प्रदेश के सभी जरूरतमंद थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को मिल सकेंगी नि:शुल्क दवाइयां।

कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि सिर्फ इंदौर जिले के नहीं बल्कि प्रदेश के किसी भी जिले के बच्चे उक्त केंद्रों पर प्रदान की जा रही सेवाओं का लाभ ले सकते हैं। बीपीएल कार्ड धारकों को बिना किसी औपचारिकता के यहां दवाइयां प्रदान की जाएंगी। उन्होंने बताया कि मंदिर में आने वाली दान राशि मानवीय सेवा में उपयोग हो इससे अच्छी कोई बात नहीं है। इसीलिए उक्त दोनों मंदिरों में यह केंद्र शुरू किए गए हैं। इससे थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को समय रहते सही इलाज मिल सकेगा। इस केंद्र का संचालन सही दिशा में हो इसके लिए दोनों मंदिरों में समितियां बनाई जाएंगी जिसमें इंदौर की थैलेसीमिया एवं सिकल सेल सोसायटी के सदस्य तथा चिकित्सक भी शामिल रहेंगे। चिकित्सक अन्य जिलों से आने वाले मरीजों को उपचार हेतु प्रॉपर गाइडेंस दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह पहल थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों एवं उनके अभिभावकों को उपचार में आने वाली कठिनाइयों को कम करने के लिए शुरू की गई है।

क्योर थैलेसीमिया एप में कर सकेंगे रजिस्टर।

इस अवसर पर सांसद लालवानी एवं कलेक्टर सिंह ने क्योर थैलेसीमिया एप का भी शुभारंभ किया। इस ऐप में प्रदेशभर के थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे अपनी जानकारी रजिस्टर कर सकेंगे, जिससे सभी पीड़ित बच्चों का डेटाबेस तैयार किया जा सकेगा और उन्हें उपचार का सही गाइडेंस भी प्रदान किया जा सकेगा। कलेक्टर ने बताया कि इस ऐप को प्रारंभिक रूप में प्रदेश स्तर के बच्चों के लिए रखा गया है, आगे आने वाले समय में इसका और विस्तार किया जाएगा।

चिकित्सक दे सकते हैं नि:शुल्क एवं सशुल्क सेवा।

सांसद शंकर लालवानी एवं कलेक्टर मनीष सिंह ने सभी चिकित्सकों से अपील की है कि वे थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों के नि:शुल्क एवं सशुल्क इलाज के लिए उक्त केंद्रों पर आवेदन दे सकते हैं। इस मानवीय पहल में जितने चिकित्सक जुड़ सकेंगे उतनी ही हम थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों की सहायता कर सकेंगे।

दान करके कर सकते हैं थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की सहायता।

इस मानवीय अभियान में सहयोग प्रदान करने के लिए श्री रणजीत हनुमान मंदिर और श्री गणेश मंदिर खजराना में दान पेटियां भी रखी गई हैं, जहां इच्छुक व्यक्ति थैलेसीमिया के उपचार के लिए राशि दान भी कर सकते हैं। इसी राशि से केंद्रों में उपलब्ध कराई जा रही दवाइयां क्रय की जाएंगी।

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