मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति परिसर में होगा सम्मेलन।
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के मुख्य आतिथ्य में होगा सम्मेलन का उदघाटन।
जबलपुर से 30 नर्मदा प्रेमियों का समूह इंटरसिटी से पवित्र नर्मदा जल का कलश लेकर आया।
मध्य प्रदेश सहित गुजरात और महाराष्ट्र के 300 से अधिक नर्मदा प्रेमी भाग लेगे।
इंदौर : मध्य प्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा नदी के सामाजिक,आध्यात्मिक एवं पर्यावरणीय महत्व पर विचार मंथन करने के लिए मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के नर्मदा परिक्रमावासी, जल विशेषज्ञ ,साहित्यकार आदि का भव्य समागम आरएन टी मार्ग स्थित मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति परिसर में होने जा रहा है। 5 और 6 अगस्त को आयोजित इस दो दिवसीय समग्र नर्मदा परिक्रमा साहित्य सम्मेलन में नर्मदा और उसकी सभी 41 सहायक नदियों पर विचार मंथन होगा। दो दिन में 7 सत्र होंगे।
यह जानकारी देते हुए सम्मेलन सयोजक मिलिंद महाजन और सम्मेलन समन्वयक अश्विन खरे ने बताया कि यह आयोजन लिवा साहित्य सेवा समिति,नर्मदा समग्र न्यास भोपाल,अखिल भारतीय त्रिपदी परिवार,समसामयिक अध्ययन केंद्र और संस्कृति संचालनालय मध्य प्रदेश शासन के संयुक्त तत्वाधान में हो रहा है।
जबलपुर से लाए नर्मदा का जल।
शुक्रवार सुबह जबलपुर से 30 नर्मदा प्रेमियों का समूह पवित्र नर्मदा जल का कलश इंटर सिटी से लेकर आया। समूह में विश्वास पाटनकर ,अभय गोरे, भाग्यश्री पाटनकर प्रमुख थे।नर्मदा कलश की अगवानी रेलवे स्टेशन पर मिलिंद महाजन अश्विन खरे आदि ने की । नर्मदा कलश को गाजे बाजे के साथ कार्यक्रम स्थल मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति परिसर में लाया गया। पहले उसकी पूजा अर्चना की गई, बाद में उसे श्रद्धा पूर्वक स्थापित किया। इस मौके पर समिति के प्रधानमंत्री अरविंद जवलेकर, विश्वनाथ शिरधोनकर,मिलिंद देशमुख,अनिल दामले,वसुधा गाडगिल, हरेराम वाजपेई,प्रफुल कस्तूरे, नितिन देशमुख,मयंक भाटे, विशेष रूप से उपस्थित थे।
मीडिया प्रभारी प्रवीण जोशी ने बताया कि सम्मेलन का शुभारंभ 5 अगस्त,शनिवार को प्रात 10 बजे पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ,केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल,प्रवाजिका विशुद्धानंदजी, सांसद शंकर लालवानी,महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर और पूर्व राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त योगेंद्र महंत के आतिथ्य में होगा।इस मौके पर नर्मदालय लेपा कसरावद के छात्र नर्मदा स्तुति और नर्मदा अष्टक पेश करेंगे।
दूसरा सत्र नदी संस्कृति पर केंद्रित होगा।मुख्य वक्ता होगी पूर्व लोक सभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन।अध्यक्षता करेगी
प्रवाजिका विशुद्धानंद जी।
मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति के प्रधानमंत्री अरविंद जवलेकर और लीवा साहित्य सेवा समिति के सचिव विश्वनाथ शिरढोनकर ने बताया कि तीसरा सत्र दोपहर 2 बजे से नर्मदा मैया आणि मी विषय पर होगा, जिसमें जयंत कुलकर्णी ,डॉ. निर्मोही फड़के ठाणे, दत्रात्रय लोंढे नासिक, कुंदा जोगलेकर ग्वालियर,संदीप परांजपे जबलपुर, दिलीप करपे खरगोन, दीपक शिरालकर,डॉ. सुरुचि नायक,नेहा कामदार,संजय कामदार, जया गाडगे अपने नर्मदा परिक्रमा के अनुभव सुनायेगे।अंतरा करवड़े,जगदीश डगांवकर भी प्रकाश डालेंगे।
तीसरे सत्र में सदा नीरा विषय पर परिचर्चा होगी। इस में जल विशेषज्ञ रवींद्र शुक्ला, नर्मदा मित्र तपन भौमिक भोपाल और साहित्यकार अभय गोरे जबलपुर भाग लेंगे।मुख्य अतिथि होगे वनस्पतिशास्त्री डॉ. मोहन बांडे।
चौथा सत्र शाम 7.30 से होगा जिसमें अमरतस्य नर्मदे विषय पर नृत्य नाटिका होगी। इसे डॉ. सुचित्रा हरमलकर व समूह प्रस्तुत करेंगे।
सह प्रभारी मुकेश तिवारी और हरेराम वाजपेई ने बताया कि सम्मेलन के दूसरे दिन की शुरुआत भव्य नर्मदा शोभायात्रा से होगी। यात्रा समिति परिसर से शुरू होकर नाथ मंदिर होते हुए पुन कार्यक्रम स्थल पर समाप्त होगी।इसके संयोजक होंगे एवज भंडारे,अनिल भोजे और लालाराम चक्रवर्ती ।
दूसरा सत्र परिक्रमा तट दर्शन पर केंद्रित होगा।अध्यक्षता करेंगे अखिल भारतीय त्रिपदी परिवार के डॉ. बाबा साहब तरानेकर ।इस कार्यक्रम में प्रताप महाराज भालोद,त्रिलोकानंद महाराज जबलपुर, स्वामी समानंद गिरी महेश्वर,विशुदानंदाजी नर्मदलय कसरावद लेपा, ज्योति बेन पंड्या,मंगलेश्वर बघेल, त्रिपदी परिवार गरुडेश्वर,और मां रेवा प्रसादी,मंडला अपने विचार व्यक्त करेंगे।
तीसरा सत्र दोपहर 2 बजे से होगा,विषय है रेवा साहित्य दर्शन। इस में डॉ. विकास दवे भोपाल,नरेंद्र पाठक मुंबई,मीनल फड़नीस भाग लेगे।अध्यक्षता करेंगे ठाणे के जयंत कुलकर्णी।
बाद का सत्र नर्मदा प्रश्नोत्तरी का होगा।अंतिम सत्र का विषय है हमारा रेवा दायित्व। जिसकी अध्यक्षता करेगी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा ताई महाजन। मंत्री उषा ठाकुर और माधव चितले विशेष अतिथि होगे।इस विषय पर कार्तिक सप्रे अपने विचार रखेंगे।
सम्मेलन में दोनों दिन शाम 7 बजे नर्मदा मैया की आरती होगी। नर्मदा साहित्य प्रदर्शन होगा। परिक्रमावासी अमृत लाल वेगड़ की पुस्तकों की प्रदर्शनी लगेगी।श्री सर्वोत्तम नर्मदा परिक्रमा विशेषांक का विमोचन होगा।