धरोहरों की ब्रांडिंग से बढ़ेगा पर्यटन- संभागायुक्त

  
Last Updated:  September 8, 2019 " 05:53 pm"

इंदौर: हमारे आसपास पुरातात्विक वैभव की विरासत बिखरी पड़ी है पर लोगों को उसके बारे में जानकारी नहीं है। पेरिस के एफिल टॉवर को देखने प्रतिवर्ष करोड़ों लोग जाते हैं पर भारत की कुतुब मीनार व ऐसी ही अन्य धरोहरों को देखने कोई नहीं आता।इसका मुख्य कारण अपनी धरोहरों की ब्रांडिंग नहीं करना है। मांडव मालवा- निमाड़ की ऐतिहासिक विरासत है पर उसके बारे में जानकारी का अभाव है। ये बात संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने कही। वे रविवार को धार के पूर्व कलेक्टर और वर्तमान में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट भोपाल के सीईओ दीपक सिंह द्वारा रचित कॉफी टेबल बुक ‘मांडव: कल का कोलाहल, आज की खामोशी’ के विमोचन समारोह व परिचर्चा में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन इंदौर प्रेस क्लब में किया गया था।
संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने उम्मीद जताई कि श्री दीपक सिंह की यह बुक मांडव के महत्व और उसके वैभव को नए रूप में सामने लाएगी। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने मांडव में पर्यटकों के लिए सुविधाएं जुटाने पर भी जोर दिया।
भोज शोध संस्थान के दीपेंद्र शर्मा ने कहा कि मांडव को गलत तरीके से पेश किया जाता रहा है। यह पुस्तक मांडव को उसके सही परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करती है। पुस्तक में भाषा के बजाय भाव प्रस्तुति है। हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होने से ज्यादा लोगों तक इसकी पहुंच होगी।
पुस्तक की समीक्षा करते हुए वरिष्ठ पत्रकार रमण रावल ने कहा कि इसमें तथ्यों के साथ प्रतीकों और चित्रों के जरिये मांडव की विरासत को संजोया गया है। मांडव की पुरातन जल संरचनाओं का भी इसमें चित्रण है। इस पुस्तक को लोगों के साथ स्कूल- कॉलेज के विद्यार्थियों तक भी पहुंचाया जाना चाहिए जिससे वे मांडव के वैभवपूर्ण अतीत से रूबरू हो सकेंगे। श्री रावल ने पुस्तक की भाषागत त्रुटियों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।
पुस्तक के लेखक दीपक सिंह ने कहा कि धार कलेक्टर रहते उन्होंने पाया कि मांडव जैसे ऐतिहासिक स्थान को लेकर लोगों को बहुत कम जानकारी है। तब उनके मन में मांडव की समग्र विरासत को पुस्तक में समेटने का विचार आया। मांडव कई सभ्यता और संस्कृतियों का साक्षी रहा है। इस पुस्तक के जरिये उन्होंने मांडव के वैभवशाली अतीत और कुदरती सुंदरता को सामने लाने का प्रयास किया है। यह एक समन्वित प्रयास है। श्री सिंह ने मांडव को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में स्थान दिलाने के लिए प्रयास करने पर भी जोर दिया।
परिचर्चा के बाद सभी अतिथियों ने पुस्तक का विमोचन किया।
प्रारम्भ में इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने स्वागत भाषण दिया। अतिथियों का स्वागत राहुल जैन, प्रदीप जोशी, हेमंत शर्मा और संजय त्रिपाठी ने किया। स्मृति चिन्ह प्रवीण शर्मा,रजनी खेतान और आसिफ शाह ने भेंट किये। कार्यक्रम का संचालन पंकज दीक्षित ने किया। आभार प्रेस क्लब के महासचिव नवनीत शुक्ला ने माना।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *