नई दिल्ली। हजरत निजामुद्दीन दरगाह के सज्जादा नशीन और उनके भतीजे के लापता होने पर यह कयास लगाए जा रहे हैं कि उनका आतंकियों द्वारा अपहरण कर लिया गया है।
82 साल के आसिफ निजामी और 66 साल के नजीम अली मिजामी पाकिस्तान में गुरुवार से लापता है। उनके बारे में अधिकारी बात करने से बच रहे हैं लेकिन कानून प्रवर्त्तन अधिकारियों ने आशंका जताई है कि इन दोनों का किसी आतंकवादी संगठन ने या तो अपहरण कर लिया है या फिर दोनों को खुफिया एजेंसियों ने अपने कब्जे में ले लिया है। इसके आगे अभी कोई भी जानकारी नहीं मिल पा रही है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि हजरत निजामुद्दीन दरगाह के सज्जादा नशीन और उनके भतीजे के लापता होने का मुद्दा भारत ने पाकिस्तान के समक्ष उठाया है। वह दोनों पाकिस्तान से लापता हो गए हैं।
स्वराज ने कहा कि कराची हवाई अड्डे पर उतरने के बाद सैयद आसिफ निजामी और उनके भतीजे नाजिम निजामी लापता हैं। पाकिस्तान की सरकार से दोनों भारतीय नागरिकों के बारे में जानकारी मांगी गई है।
स्वराज ने ट्वीट किया, हमने यह मुद्दा पाकिस्तान की सरकार के समक्ष उठाया और उनसे पाकिस्तान में दोनों भारतीय नागरिकों के बारे में जानकारी मांगी। कराची हवाई अड्डे पर उतरने के बाद से वह लापता हैं। 80 वर्षीय सैयद आसिफ निजामी हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह के सज्जादानशीन हैं।
स्वराज ने बताया, 80 वर्षीय सैयद आसिफ निजामी और उनके भतीजे नाजिम अली निजामी आठ मार्च 2017 को पाकिस्तान गए थे। वह दोनों लाहौर में मशहूर दाता दरबार दरगाह गए थे जहां से उन्हें बुधवार को कराची के लिए विमान यात्रा करनी थी। दरगाह जाने के लिए लाहौर यात्रा पर निकलने से पहले दोनों अपने रिश्तेदारों से मिलने आठ मार्च को कराची गए थे। निजामुद्दीन दरगाह और दाता दरबार के बीच उलेमाओं के आने जाने का सिलसिला परंपरा का एक हिस्सा है।