इंदौर : फर्जी एडवाइजरी कंपनी चलाकर, निवेश के नाम पर लोगों से करोड़ो की धोखाघडी करने वाली गैंग का थाना राऊ पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गैंग से जुड़े 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को ग्रेटर कैलाश रोड स्थित नए पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस उपायुक्त जोन-1 अमित तोलानी ने यह जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन-1 जयवीर सिंह भदौरिया और सहायक पुलिस आयुक्त सौम्या जैन भी इस दौरान मौजूद रही।
पुलिस उपायुक्त अमित तोलानी ने बताया कि पुलिस थाना राऊ ने ई-मेल के माध्यम से प्राप्त शिकायत पर, फर्जी एडवाइजरी कंपनी का भंडाफोड़ किया और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आरोपियो द्वारा अभी तक लगभग 05 करोड रुपये से ज्यादा की राशि निवेशको से निवेश करवा कर उनसे धोखाघडी की है। आरोपियों के कब्जे से नकद 13 लाख रुपये, 25 एंड्राईड मोबाइल, 10 लेपटॉप, 02 गाड़ियां, प्लॉट व फ्लेट्स के कागजात, ज्वेलरी, इम्पोर्टेड घडियां तथा 50 से ज्यादा क्रेडिट ब डेबिट कार्ड जब्त किए गए हैं।
ई- मेल से मिली थी शिकायत।
दिनांक 15.04.2022 को आवेदक रायफल मैन सौरभ कुमार मिश्रा 19 वी आसाम रायफल अ कम्पनी का एक हस्तलिखित शिकायत आवेदन थाने पर ई – मेल के माध्यम से प्राप्त हुआ। आवेदन पत्र में उल्लेख किया गया था कि, दिनांक 10 फरवरी 2022 को आवेदक सौरभ कुमार के पास काव्या नाम की लडकी के मोबाईल नंबर 7415583307,8349066440 से फोन आया। उसने श्री दादाजी ट्रेडर्स निजी कंसलेट्स कंपनी में पैसे निवेश करने के बारे में बताया और अच्छा मुनाफा लेने के लिए कहा। इसके बाद दिनांक 11 फरवरी 2022 को आवेदक से खाता नंबर -50200063824980 , 921020034657425 व खाता नंबर 57720200001443 में कुल 3,78,000 रुपये निवेश के नाम पर प्राप्त कर लिए। बाद में आवेदक द्वारा संपर्क करने पर फोन बंद कर लिया। आवेदक की शिकायत पर थाना राऊ पर अपराध क्रमांक 311/2022 धारा 420.409 120 बी .34.467.468 भादवि एवं धारा 6 म.प्र .निक्षेपको के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 का पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया ।
ये आरोपी पकड़े गए।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस थाना राऊ द्वारा जांच- पड़ताल करते हुए प्रकरण में आरोपी 1. कैलाश पिता देवीदिन मोर्या उम्र 29 साल निवासी 22 बिजलपुर रोड इन्दौर, 2. कपित उर्फ रोहित हार्डिया पिता किशोर हार्डिया उम्र 20 साल निवासी ग्राम उमरिया जोबरा कॉलोनी किशनगंज इन्दौर, 3. दीपक पिता मुद्रिका प्रसाद तिवारी उम्र 26 साल निवासी ग्राम चौराहा थाना बैकुण्ठपुर जिला रीवा हाल मुकाम इन्द्रा बिल्डिंग 315 मयुर हॉस्पिटल के पीछे इन्दौर, 4. यज्ञदत्त शर्मा पिता मोहनलाल शर्मा उम्र 29 साल निवासी स्वास्तिक एवेन्यु प्लाट नंबर 02 फ्लेट नंबर 02 स्टेशन रोड राऊ जिला इन्दौर, 5. मुरली पिता सुदामा पाटनकर उम्र 31 साल निवासी सावगा थाना खेडी जिला बैतूल हाल मुकाम श्रीजी वाटिका वंदना नगर थाना तिलक नगर इन्दौर, 6. अनिल पिता स्व . हरदलाल सिंह यादव उम्र 43 साल निवासी ग्राम भगोरा थाना किशनगंज जिला इन्दौर, 7. अमित पिता वीरेंद्र जोशी उम्र 32 साल निवासी ग्राम भगोरा पंचायत चौराहा थाना किशनगंज जिला इन्दौर, 8. विनोद पिता स्व. त्रियोगी नारायण प्रसाद तिवारी उम्र 25 साल निवासी चौरहा थाना बैकुण्ठपुर जिला रीवा हाल मुकान इन्द्रा बिल्डिंग मयुर हॉस्पिटल के पीछे इन्दौर, 9 विशाल पिता उमेश जायसवाल उम्र 33 साल निवासी बरलाई रोड क्षिप्रा जिला इन्दौर, 10 प्रकाश पिता पूर्णानंद भट उम्र 31 साल निवासी एन -211 शुभागंन ओवेक्सी सिटी-01 इन्दौर को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी ऐसे करते थे धोखाधड़ी।
आरोपी अमित पिता मोहनलाल बरफा सबसे पहले मोबाइल नंबरों का डाटा गूगल एड से प्राप्त करता था। उक्त डाटा वह आरोपी पवन तिवारी को देता था। पवन तिवारी साफ्टवेयर के माध्यम से डाटा पूरी टीम को देता था और टीम कॉल कर ग्राहकों को एडवाईजरी कपनी में निवेश करने का लालच देकर उन्हे कंपनी में निवेश करवाती थी। प्रारम्भ मे ये लोग एक – दो बार छोटे-छोटे निवेश पर कुछ मुनाफा देकर निवेशकों उंसका भरोसा जीतते थे। लालच में आकर निवेशक बडी राशि एडवाइजरी कंपनी में निवेश करता था। उसके बाद ये लोग उक्त राशि निवेशको को वापस नहीं करते थे और अपना मोबाइल फोन व सिम बंद कर लेते थे।
हर आरोपी की तय कर रखी थी भूमिका।
- आरोपी कैलाश मोर्या, कपित हार्डिया व अनिल यादव, अपने व अपने परिचितों के नाम पर बैंक में खाता खुलवाकर उसमें निवेशको से निवेश की राशि जमा करवाते थे।
- आरोपी यज्ञदत्त शर्मा व अमित जोशी उक्त सभी खातो को मैनेज कर उनसे धनराशि प्राप्त करते थे और उक्त खातें में से नेट बैंकिंग आदि के जरिये से ऑपरेट कर पैसे निकालते थे।
- मुरली पाटनकर, आरोपी यज्ञदत्त शर्मा से निवेश की राशि प्राप्त करता था और डिलेवरी बॉय मिहिर वल्डकप चौराहे स्थित साई पान वाले की दुकान से राशि प्राप्त कर राशि पूजा थापा व पवन तिवारी के पास पहुचाने का कार्य करता था।
- दीपक तिवारी , विनोद तिवारी , विशाल जायसवाल , प्रकाश भट्ट , दीपा उर्फ रानू ये सभी आरोपी उन्हें प्राप्त डाटा के व्यक्तियों को कॉल करके लोगो को एडवाईजरी में मुनाफा का लालच देकर पैसे निवेश करवाते थे । प्रारम्भ मे ये लोग एक-दो बार छोटे छोटे निवेश को फायदा पहुंचाकर निवेशकों को वापस करते थे। इस लालच में आकर निवेशक बड़ी राशि एडवाईजरी कंपनी में निवेश करता था, तब ये लोग उक्त राशि निवेशको को वापस नहीं करते थे एवं अपना मोबाइल फोन व सिम व अपने संपर्क सूत्र बंद कर लेते थे।
- आरोपी अनुराग उक्त कंपनी में टीम लीडर का काम करता था । उसके द्वारा ही टीम के सदस्यो को गाइड किया जाता था व अधिक से अधिक राशि एडवाईजरी कंपनी में निवेश करवाने हेतु प्रेरित किया जाता था
- आरोपी दीपु चेलानी मोबाइल सीम की दुकान चलाता है। जब भी उसकी दुकान पर कोई ग्राहक सिम लेने आता था तब वह ग्राहक से सिम के लिए दो आईडी कार्ड ले लेता था और दोनो आईडी कार्ड पर दो सिम लेकर एक ग्राहक को दे देता था तथा दुसरी सिम आरोपी मुरली पाटनकर को दे देता था ।
- आरोपी पवन तिवारी, तथा पूजा थापा एडवाईजरी कंपनी के प्रमुख हैं। दोनों पूरी कंपनी को संचालित करते थे।
पकड़े गए आरोपी अपनी लाइफस्टाइल लग्जरी तरीके से जीते थे। उक्त आरोपियो ने अपने नाम से कई बैंको मे खाता खोल रखा था जो निवेश के नाम पर फायदा पहुंचाने का लोगो को लालच देकर रुपये डलवा लेते थे और फिर अपना फोन बंद कर लेते थे ।
कपनी के दिए गये टारगेट को पूरा करने पर, कपंनी अपनी टीम के सदस्यो (आरोपियों) को इंसेटिव्ह के तौर पर कई बार गोवा, मनाली, खण्डाला मुम्बई जैसे अनेक शहरो मे विकली छुट्टी मनाने के लिए भेजती जाता था, जहां पर इनका लाखो का खर्चा कंपनी वहन करती थी ।
पुलिस द्वारा आरोपियों के सभी खातों को फ्रीज करवा दिया गया है। आरोपियों से प्रकरण में विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
उक्त कार्रवाई में वरिष्ठ अधिकारियो के मार्ग दर्शन में पुलिस टीम द्वारा बडी मेहनत व लगन से कार्य करते हुए उक्त गिरोह का पर्दाफाश किया गया है, जिसमें थाना प्रभारी राऊ निरीक्षक नरेन्द्र सिंह रघुवंशी ,उनि कुवर सिंह बामनिया,उनि रामेश्वर बामनिया, ,सउनि रमेश किराडे,सउनि दारा सिंह मुजाल्दे,सउनि मनोहर सोलंकी,प्रआर मुलायम, आर अक्षय बैरागी, आर रामवीर ,आर. राजु रावत,आर निलेश पटेल,आर सुरेश लश्करी, अमित खत्री, महिला आर. दिव्या,आर. शीतल की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही ।