नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया, कहा- अंतरआत्मा की आवाज पर लिया फैसला

  
Last Updated:  July 27, 2017 " 05:04 am"

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पटना.
तेजस्वी यादव पर जेडीयू-आरजेडी में बढ़ती तकरार के बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार शाम गवर्नर को इस्तीफा सौंप दिया। नीतीश पार्टी की विधायक दल की मीटिंग के बाद सीधे गवर्नर हाउस गए थे, जहां उन्होंने केसरी नाथ त्रिपाठी को अपना इस्तीफा सौंपा। वे बोले- ऐसा माहौल था कि काम करना मुश्किल था। हमने अंतरआत्मा की आवाज पर ये फैसला लिया।इससे पहले आरजेडी के विधायक दल की बैठक हुई थी। जिसके बाद लालू यादव ने कहा था कि नीतीश ने तेजस्वी का इस्तीफा नहीं मांगा है और वे इस्तीफा नहीं देंगे। गठबंधन के सवाल पर RJD चीफ ने कहा था कि सरकार 5 साल पूरे करेगी, लेकिन नीतीश के इस्तीफे के बाद अब से सवाल सामने आ रहा है कि महागठबंधन बचेगा या फिर टूटेगा? बता दें कि रेलवे टेंडर स्कैम और बेनामी प्रॉपर्टी मामले में केस दर्ज होने पर बीजेपी लगातार तेजस्वी के इस्तीफे की मांग कर रही है। जेडीयू भी कह चुकी है कि तेजस्वी को जनता के बीच जाकर सफाई देनी चाहिए।
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दिनभर इस तरह के बयान सामने आए.
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तेजस्वी यादव
-“मुझसे कभी इस्तीफा नहीं मांगा गया। ये बीजेपी और आरएसएस हैं जो इस महागठबंधन को तोड़ना चाहते हैं। लोग उनकी साजिश के जरिए ये देख सकते हैं। सुशील मोदी बिहारी भी नहीं हैं, वे एक बाहरी हैं। ये लोग बिहार के विकास और वहां के लोगों को बारे में फिक्र नहीं करते।अमित शाह ने कहा था कि वो हर राज्य में बीजेपी की सरकार देखना चाहते हैं। इसलिए वो हर तरह से ये कोशिश कर रहे हैं कि महागठबंधन टूट जाए।”
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लालू यादव
– लालू बोले, “बिहार की सरकार 5 साल पूरे करेगी। गठबंधन में कोई दरार नहीं है। ये सब केवल मीडिया की उपज है। नीतीश ने कोई इस्तीफा नहीं मांगा है और तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। जो लोग सफाई मांग रहे हैं, वे क्या पुलिस हैं या फिर जांच एजेंसी के चीफ हैं? मुझे और तेजस्वी को जहां पर अपनी सफाई देनी होगी वहां पर अपनी सफाई देंगे। नीतीश से बातचीत बंद नहीं हुई। मेरी कल भी बात हुई है, मैंने उन्हें बताया है कि तीन दिनों के लिए रांची जा रहे हैं। सदन शुरु होने वाला है इसलिए हमने अपने विधायक दल की बैठक बुलाई।”
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शिवानंद तिवारी
– MLAs की मीटिंग से पहले आरजेडी लीडर शिवानंद तिवारी ने लालू यादव से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव के खिलाफ कोई कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नीतीश क्या दूध के धुले हैं? अगर भेद खुला तो सारे गड़े मुर्दे उखड़ेंगे। हम नीतीश को 40 साल से जानते हैं। नीतीश का भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस एक ढोंग है।”
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JDU ने दो दिन पहले बुलाई मीटिंग
– जेडीयू ने राष्ट्रपति चुनाव के बाद तेजस्वी यादव पर फैसला लेने की बात कही थी। नीतीश मंगलवार को दिल्ली से वापस लौटे हैं और उन्होंने असेंबली के मानसून सेशन के दो दिन पहले ही विधायक दल की बैठक बुलाई। नीतीश की राहुल के साथ भी महागठबंधन को लेकर मीटिंग हो चुकी है।
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तेजस्वी ने CBI के छापों पर क्या कहा था?
– बेनामी संपत्ति मामले में सीबीआई छापों और केस दर्ज होने के बाद तेजस्वी ने 12 जुलाई को पहली बार बयान दिया था।
– उन्होंने कहा था, “मोदी और शाह के कहने पर मेरे खिलाफ CBI ने FIR दर्ज की है। ये कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना के चलते हुई है। जब का ये मामला है, तब मैं बच्चा था। 2004 में तो मेरी मूंछ भी नहीं आई थी। ये बीजेपी की साजिश है। मुझे बिहार की जनता ने चुना है और इन आरोपों को लेकर मैं जनता के बीच जाऊंगा।”
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तेजस्वी पर कौन-कौन से केस?

बेनामी संपत्ति: 16 मई को लालू व उनसे जुड़े लोगों के 22 ठिकानों पर IT की छापेमारी के बाद डिपार्टमेंट ने दिल्ली से पटना-दानापुर तक मीसा भारती व उनके पति शैलेश के अलावा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों रागिनी और चंदा यादव से जुड़ी एक दर्जन प्रॉपर्टी और जमीन को अस्थाई तौर पर जब्त किया था। 1000 करोड़ की बेनामी संपत्ति के आरोपों के घेरे में लालू के पुत्र व मंत्री तेजप्रताप यादव व अन्य परिजन भी हैं।

रेलवे टेंडर स्कैम: 7 जुलाई को सुबह CBI ने आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव से जुड़े 12 ठिकानों पर छापे मारे। CBI ने बताया कि लालू, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत 7 लोगों और एक कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी-आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया है। जांच एजेंसी के मुताबिक, 2006 में जब लालू रेलमंत्री थे, तब रांची और पुरी में होटलों के टेंडर जारी करने में गड़बड़ी की गई।
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सीबीआई की FIR में ये नाम
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लालू प्रसाद यादव- तब के रेल मंत्री
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राबड़ी देवी- लालू की पत्नी
▪3)
तेजस्वी प्रसाद यादव- बिहार के डिप्टी सीएम
▪4)
सरला गुप्ता- आरजेडी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी
▪5)
पीके गोयल- पूर्व आईआरसीटीसी मैनेजिंग डायरेक्टर
▪6)
विजय कोचर- होटल चाणक्य की मालिकाना हक वाली कंपनी के डायरेक्टर
▪7)
विनय कोचर- सुजाता होटल्स कंपनी के डायरेक्टर और विजय कोचर के भाई
▪8)
मेसर्स लारा प्रोजेक्ट्स- पटना में मॉल के लिए जमीन खरीदने वाली यादव फैमिली कंपनी
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पहले RJD की मीटिंग में क्या फैसला हुआ था?
– लालू प्रसाद यादव के परिवार पर सीबीआई, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) की कार्रवाई के बाद इस महीने 10 जुलाई को पहली बार आरजेडी विधायक दल की मीटिंग हुई थी।
– पार्टी के सीनियर नेता नेता अब्दुल बारी सिद्धीकी ने बताया था कि मीटिंग में तेजस्वी यादव के इस्तीफे पर चर्चा नहीं हुई। वे डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफा नहीं देंगे। वे विधानमंडल के नेता हैं और रहेंगे।
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JDU ने तेजस्वी पर लगे आरोपों पर क्या कहा था?
– जेडीयू लीडर नीरज कुमार ने कहा था- “जिन पर (तेजस्वी और लालू परिवार) आरोप लगे हैं, वे जनता की अदालत में फैक्ट्स के साथ जवाब दें। आरोप लगा है तो जनता को पूरी जानकारी देनी चाहिए। उन्हें जनता की अदालत में जाना चाहिए। जेडीयू ने कभी करप्शन के मामले में समझौता नहीं किया है। हमने तो इसकी मिसाल पेश की है। फिर चाहे वे जीतनराम मांझी का मामला हो या अनंत सिंह का।” हालांकि, नीरज ने तेजस्वी और लालू परिवार का नाम नहीं लिया था।

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