06 अन्य साहित्यकारों का भी किया गया सम्मान।
जनपदीय बोलियों को भी मिले सम्मान : पद्मश्री ‘जोशीला’
हिंदी की उन्नति से होगी राष्ट्र की उन्नति- सुश्री ठाकुर ।
इन्दौर : ‘जनपदीय बोलियों के साथ हिंदी मज़बूत होगी, संत सिंगाजी की बोली निमाड़ी को उपेक्षित कर दिया गया है। जरूरत इस बात की है कि जनपदीय बोलियों को भी उचित सम्मान मिले।’ यह बात पद्मश्री जगदीश ‘जोशीला’ ने कही। वे मातृभाषा उन्नयन संस्थान, सीईपीआरडी व इंदौर लेखिका संघ द्वारा प्रेस क्लब में आयोजित साहित्यकार सम्मान समारोह में बोल रहे थे।
कार्यक्रम में पद्मश्री जगदीश ‘जोशीला’ का अभिनंदन व प्रो. सरोज कुमार को जीवन गौरव सम्मान से नवाजा गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विधायक उषा ठाकुर थीं डॉ. अनिल भंडारी और राजेश राठी विशेष अतिथि के बतौर मौजूद रहे।
कार्यक्रम में अतिथि स्वागत एस. एन. गोयल, शिखा जैन, भरत डूंगरवाल ने किया। स्वागत उद्बोधन मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने दिया। संचालन डॉ. अखिलेश राव ने किया।
कार्यक्रम में डॉ. पद्मा सिंह, डॉ. सुनीता फ़ड़नीस व मुन्नी गर्ग को साहित्य रत्न सम्मान और सत्यनारायण मंगल, मणिमाला शर्मा व नितेश गुप्ता को हिन्दी रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। इस दौरान लघु फ़िल्म हिंदी व गणगौर का प्रदर्शन भी किया गया।
मुख्य अतिथि विधायक उषा ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि ‘बाल्यकाल से ही उनका हिंदी से जुड़ाव रहा है। हिंदी को जनभाषा के रूप में सभी को अपनाना चाहिए। हिंदी की उन्नति से राष्ट्र की उन्नति होगी।’
आयोजन में अरविंद तिवारी, संजय त्रिपाठी, कीर्ति मेहता, पारस बिरला, सत्यनारायण मङ्गल, डॉ. दिलीप वाघेला, आकाश पाठक, संध्या रॉय चौधरी, ओ.पी. जोशी, सुषमा व्यास ‘राजनिधि’, श्यामसिंह, मॉर्टिन पिंटो, सुरेखा सिसौदिया, ऋषिना नातू सहित सैंकड़ों प्रबुद्धजन शामिल हुए।