मंत्री, महापौर ने विश्व पर्यावरण दिवस पर जल स्त्रोत सफाई अभियान का किया शुभारम्भ।
जल स्त्रोत को इस प्रकार से जीवित करें की उनके पानी का उपयोग किया जा सके- महापौर।
इंदौर : विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रदेश में 5 जून से 15 जुन तक जल स्त्रोत के संरक्षण व पर्यावरण संरक्षण का अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने जोन क्रमांक 01 वार्ड क्रमांक 09 के तहत कमला नेहरू नगर स्थित प्राचीन बावडी से जल स्त्रोत सफाई अभियान का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर निगमायुक्त शिवम वर्मा, महापौर परिषद सदस्य अभिषेक शर्मा बबलु,अश्विनी शुक्ल, महापौर प्रतिनिधि भरत पारख, कमल वाघेला, राहुल जायसवाल, पराग कौशल, सोनाली धारकर, शिवम यादव और बडी संख्या में क्षेत्रीय नागरिकगण उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में क्षेत्रीय पार्षद राहुल जायसवाल ने आभार व्यक्त किया।
पौधे लगाएं और उनका संरक्षण भी करें।
इस अवसर पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के आह्वान पर प्रदेश में 5 से 15 जून तक प्राकृतिक जल स्त्रोत के संरक्षण व सफाई अभियान चलाया जाना है।इसी कड़ी में वार्ड 09 कमला नेहरू नगर स्थित प्राकृतिक जल स्त्रोत बावडी सफाई में श्रमदान किया गया। उन्होने कहा कि जल ही जीवन है, इसलिये इसके महत्व को समझना हम सभी के लिए जरूरी है। हम सभी को संकल्प के साथ अधिक से अधिक पौधे लगाना है और उनका संरक्षण भी करना है, ताकि भविष्य में भी भू-जल स्तर नही गिरे और इंदौर का तापमान संतुलित रहे।
मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि पेड बहुत बडा वॉटर रिचार्जर होता है। इसलिये अधिक से अधिक पौधे लगाए। बच्चों को स्कूलों में पौधो के बीज दे और उन्हे पेड तैयार करने के लिये प्रेरित करें ताकि उस पौधे से बच्चों का भावनात्मक लगाव रहे और वह उनका संरक्षण कर सके। शहर के प्राकृतिक जल स्त्रोत कुऐं, बावडी, तालाब व नदियों का संरक्षण करने के लिए अभियान प्रारम्भ किया जाए।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव और नगरीय प्रशासन मंत्री के निर्देशन में जल स्रोतों के संरक्षण अभियान का वार्ड 9 से शुभारंभ किया गया है। उन्होने कहा कि बैंगलोर की ग्रीष्मकाल के पूर्व की स्थिति को देखने मै जब बैंगलोर गया तो देखा कि किस प्रकार से लोग पानी के लिये संघर्ष कर रहे हैं। उस भयावाह स्थिति को देखते हुए इंदौर के भू जल स्तर को बढाने के लिए वर्षाकाल के पूर्व रेन वॉटर हार्वेस्टिंग और वॉटर रिचार्ज सॉफ्ट के लिए अभियान चलाया गया। उक्त अभियान के तहत ही दिनांक 5 से 15 जून तक इंदौर शहर के तालाब, बावडी, कुऐं की सफाई की जाकर उक्त जल स्रोतों में पानी की आवक चैनलो की सफाई भी की जाएगी।
महापौर भार्गव ने कहा कि जल स्त्रोत संरक्षण अभियान के तहत इस प्रकार से कार्य करना है कि आने वाले समय में उक्त जल स्त्रोत से आस-पास के क्षेत्र के साथ ही वॉटर टैंकर भी भरे जा सके। इसमें सभी के सहयोग की अपेक्षा है, उन्होने कहा कि इंदौर जनभागीदारी से मुकाम हासिल करता है, वंदे जलम अभियान के तहत वर्ष 2050 तक पानी की व्यवस्था करने के लिए कार्य किया जा रहा है, जिसमें सभी का सहयोग अवश्यक है।
निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के आह्वान पर इंदौर में 5 से 15 जून तक जल संरक्षण के लिए अभियान चलाकर शहर के 53 बावडी, 27 तालाब व बडी संख्या में स्थित कुओं की आवक चैनल की सफाई की जाएगी। कान्ह-सरस्वती नदी व पर्यावरण संरक्षण के लिये अभियान चलाया जाएगा।
जलकार्य प्रभारी अभिषेक शर्मा बबलू ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण कितना आवश्यक है, इसकी अनुभूति हम इस समय कर सकते हैं। मुख्यमंत्री के आह्वान पर कुऐं, बावडी, तालाबों के संरक्षण के साथ ही इंदौर शहर में वृहद स्तर पर पौधारोपण व उनका संरक्षण अभियान भी चलाया जाएगा।