पितरेश्वर धाम पितृ पर्वत पर 1 जून से होगा शिवशक्ति महायज्ञ

  
Last Updated:  May 25, 2022 " 05:34 am"

इंदौर : पितृ पर्वत स्थित हनुमंत धाम पर श्री शिवशक्ति साधना समिति के तत्वावधान में 1 जून से प्रारंभ होने वाले शिवशक्ति महायज्ञ के लिए 7056 वर्गफीट (84×84) आकार में यज्ञशाला का निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। यज्ञशाला के साथ चारों ओर 15 वर्गफीट क्षेत्र में परिक्रमा मार्ग भी बनाया जा रहा है। श्रीविद्याधाम के पंद्रह विद्वान यहां प्रतिदिन गणपति श्रीसूक्त एवं हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने संयोजक आचार्य पं. उमेश तिवारी एवं अन्य विद्वानों के साथ यहां पाठ करने वाले आचार्यों का सम्मान किया। उन्होंने यहां बन रही यज्ञशाला के निर्माण कार्य का भी अवलोकन कर विस्तृत जानकारी प्राप्त की। यज्ञशाला में 25 विभिन्न आकार के यज्ञ कुंडों पर 121 आचार्यों सहित 200 ब्राह्मण शिवशक्ति महायज्ञ संपादित कराएंगे। अब तक 200 यजमानों की भागीदारी सुनिश्चित हो चुकी है, जिनमें मुंबई, जयपुर, दिल्ली एवं उत्तराखंड सहित मालवा-निमाड़ अंचल के यजमान भी शामिल है। पितरेश्वर हनुमान धाम पर प्रतिदिन हनुमानजी का पुष्प बंगला सजाकर नित्य नूतन श्रृंगार भी होगा।

श्रीविद्याधाम के महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सान्निध्य में पितृ पर्वत पर पहली बार यह दिव्य अनुष्ठान होने जा रहा है। आचार्य पं. राजेश शर्मा एवं ब्रह्मचारी आचार्य प्रशांत अग्निहोत्री के मार्गदर्शन में यज्ञशाला, परिक्रमा मार्ग एवं अन्य तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। प्रधान यजमान पुलकित दीपक खंडेलवाल एवं दीपक-कीर्ति खंडेलवाल मनोनीत किए गए हैं। पितरेश्वर हनुमान धाम न्यास के सहयोग से प्रतिदिन शाम 7 बजे यज्ञनारायण भगवान की आरती, सुबह 9.30 से 12 बजे तक यज्ञ हवन का पहला तथा दोपहर 3 से सायं 6.30 बजे तक दूसरा सत्र चलेगा। इस दौरान सौभाग्यवती एवं कन्या पूजन, संत दर्शन और पूजन सहित विभिन्न अनुष्ठान भी होंगे। संयोजक आचार्य पं. उमेश तिवारी के अनुसार मंगलवार 31 मई को सुबह 9 से 12 बजे तक सर्वविध प्रायश्चित के बाद बुधवार 1 जून से इस अनुष्ठान का शुभारंभ सुबह 9 बजे विशाल कलश यात्रा के साथ होगा। सुबह 11 बजे मंडप प्रवेश, प्रधान संकल्प, पंचांग कर्म, मंडल स्थापना, अग्नि स्थापन एवं गृह शांति हवन होंगे। 2 जून को सुबह 8 बजे मंडल देवता पूजन के बाद 9.30 बजे से हवन प्रारंभ हो जाएगा। प्रतिदिन श्री दुर्गा सप्तशती, ललिता सहस्त्रनाम एवं रूद्र स्वाहाकार भी होंगे। 9 जून गंगा दशहरा तक प्रतिदिन नियमित यज्ञ-हवन के अलावा शनिवार 4 जून को सायं 7 बजे से 1100 भक्तों द्वारा पं. राजेश मिश्रा के साथ सामूहिक सुंदरकांड का पाठ होगा। हनुमानजी को 56 भोग समर्पित होंगे और पुष्प बंगला भी सजाया जाएगा। मंगलवार 7 जून को प्रख्यात भजन गायक कन्हैया मित्तल के श्रीमुख से विशाल भजन संध्या शाम 7 बजे से होगी। गुरुवार 9 जून को गंगा दशहरा पर सुबह 8 बजे मंडल देवता पूजन, 9.30 बजे से स्थापित देवताओं के लिए हवन एवं बलिदान तथा दोपहर 12.30 बजे इस दिव्य अनुष्ठान की पूर्णाहुति, महाआरती के बाद महाप्रसादी के अनुष्ठान होंगे। पितरेश्वर हनुमान धान न्यास के प्रमुख कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला एवं आकाश विजयवर्गीय तथा महेश दलोद्रा के विशेष सहयोग से सभी तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी हैं। याज्ञिक कर्म श्रीविद्याधाम के आचार्यों द्वारा गुरु परम्परा के अनुसार होंगे।

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